आतंकी को पनाह देने वाले बादशाह पर भी कसेगा शिकंजा
लखनऊ की हाजी कॉलोनी में आतंकी सैफुल्लाह के दोस्तों को किराए पर मकान देने वाले मलिहाबाद के बादशाह खान पर पुलिस शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। ...और पढ़ें

लखनऊ (जेएनएन)। काकोरी के हाजी कॉलोनी में आतंकी सैफुल्लाह व उसके दोस्तों को किराए पर मकान देने वाले मलिहाबाद निवासी बादशाह खान पर पुलिस शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। मूलरूप से मलिहाबाद निवासी बादशाह खान सऊदी अरब में सालभर से नौकरी करता है। वह तीन महीने पूर्व लखनऊ आया था और करीबी कयूम के माध्यम से आतंकियों को मकान किराए पर दिया था।
एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि बादशाह खान ने किराएदारों का सत्यापन भी नहीं कराया था। तीन महीने तक बिना सत्यापन आतंकी उसके मकान में रहते रहे। उसको नोटिस भेजकर कार्रवाई की तैयारी हो रही है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद बुधवार को बादशाह खान का मकान एटीएस ने सील कर दिया है। पुलिस के मुताबिक कयूम खान काकोरी के दुर्गागंज काकोरी में मदरसा चलाते हैं। कयूम बादशाह का पड़ोसी भी है। उसने तीन माह पूर्व आतंकियों को बादशाह का मकान किराए पर दिलवाया था। मकान में चार कमरे हैं। एक कमरे में आतंकी व उसके दो साथी रहते थे। दो अन्य कमरों में एक परिवार किराए पर रहता है, जबकि एक कमरा खाली पड़ा है। कयूम मूल रूप से सलेमपुर काकोरी का निवासी है। ऑपरेशन के समय एटीएस और पुलिस की टीमें कयूम के मकान की छत से बगल में स्थित आतंकियों के मकान तक पहुंची थी।
लापरवाह बनी रही पुलिस, होगी कार्रवाई
हाजी कॉलोनी निवासी अकरम ने दावा किया था कि बादशाह खान के मकान में संदिग्धों के किराए से रहने की जानकारी दुबग्गा पुलिस चौकी के साथ काकोरी थाने में दी थी। आतंकी जिस मकान में पनाह लिए थे, आठ फरवरी, 2014 को अकरम के पिता हाजी की ठीक उसके बगल वाले प्लॉट के विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना में अकरम और उनके चाचा हबीब को भी गोली लगी थी। वह क्षेत्र शुरू से ही संवेदनशील है। संदिग्धों की सूचना मिलने के बावजूद तीन महीने तक पुलिस लापरवाह बनी रही। इस संबंध में एसएसपी मंजिल सैनी का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी, जो भी पुलिसकर्मी लापरवाही में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

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