Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सपा सुप्रीमो मुलायम ने कराया पांच दिनी समाजवादी घमासान का अंत

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Fri, 16 Sep 2016 06:30 PM (IST)

    पार्टी मुखिया मुलायम, शिवपाल और सीएम अखिलेश के बीच आज चार बिंदुओं पर समझौता हुआ। जिसके बाद मामला सामान्य हो गया। इसके तहत शिवपाल को उनसे छीने गए सभी महत्वपूर्ण विभाग वापस होंगे।

    Hero Image

    लखनऊ (वेब डेस्क)। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज लखनऊ में पांच दिन से चले आ रहे समाजवादी घमासान का अंत कर दिया। निर्धारित समय से एक दिन पहले दिल्ली से लखनऊ पहुंचे मुलायम ने आज पहले मुख्यमंत्री अखिलेश और शिवपाल यादव से अलग-अलग वार्ता की। इसके बाद दोनों के साथ एक साथ बैठक कर समझौता कराया। शिवपाल और अखिलेश के बीच चार बिंदुओं पर समझौता हुआ। जिसके बाद मामला सामान्य हो गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अखिलेश बोले यह परिवार नहीं, सरकार का झगड़ा, नेता जी सब ठीक कर देंगे

    इसके तहत शिवपाल को उनसे छीने गए सभी महत्वपूर्ण विभाग वापस होंगे। इसके साथ ही शिवपाल यादव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। समझौते में बर्खास्त मंत्री गायत्री प्रजापति की मंत्रिमंडल में वापसी पर भी मुहर लगी। इसके बाद भी उनको खनन मंत्रालय नहीं दिया जाएगा। उन्हें कोई और महत्वपूर्ण विभाग मिलेगा। आज ही दीपक सिंघल की मुख्य सचिव के पद पर वापसी पर चर्चा होनी थी, लेकिन इसके लिए अखिलेश यादव ने अभी मुलायम से समय मांगा है।

    राम गोपाल बोले अखिलेश पर निर्णय को लेकर हो गई हल्की सी चूक

    आज के समझौते का पांचवां बिंदु भी था। जिस पर अखिलेश सहमत नहीं हुए, वह बिंदु था बीच के व्यक्ति का। अखिलेश ने दो टूक कहा है कि अगर अब बीच के व्यक्ति ने दखल दिया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पर मुलायम सहमत हुए और कहा कि अगर भविष्य में दखलंदाजी हुई तो उस पर फैसला वे और अखिलेश लेंगे।

    इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल और अखिलेश से अपने आवास पर अलग-अलग मुलाकात की। उसके बाद वे पार्टी ऑफिस पहुंचे और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

    समाजवादी अंतर्कलहः बाहरी घोषित अमर सिंह के दस अमर बयान

    इस दौरान मुलायम ने कहा कि मेरे, शिवपाल, रामगोपाल व अखिलेश के बीच मतभेद नहीं है। पिता व पुत्र के बीच कुछ मुद्दे पर मतभेद हो सकता है। मुलायम ने कहा कि इस पूरे प्रकरण से अखिलेश भी दुखी हैं। परिवार में चार लोगों में मतभेद होते रहते हैं। परिवार की बात बाहर आना परिवार की गलती। मीडिया की कोई गलती नहीं है। उन्होंने कहा कि अब सारी बाते हो गई हैं। दो-तीन दिन में सब सामने आएगा।

    अखिलेश को अध्यक्ष पद से हटाना पार्टी नेतृत्व की गलती : राम गोपाल यादव

    अब सभी कार्यकर्ता चुनाव के लिए पूरी जान लगाकर जुटें। उन्होंने साफ कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। हमारे रहते पार्टी में कभी भी कोई फूट नहीं हो सकती। इसके साथ ही मुलायम ने एलान किया कि खनन मंत्री गायत्री प्रजापति की बर्खास्तगी का फैसला रद्द किया जाता है।

    समाजवादी अंतर्कलहः बाहरी घोषित अमर सिंह के दस अमर बयान

    आज इससे पहले सुबह शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह से घर जाकर मुलाकात की। इस दौरान शिवपाल के बेटे आदित्य यादव भी मौजूद थे। इन तीनों के बीच करीब दस मिनट तक वार्ता हुई। इसके बाद में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मुलायम सिंह यादव के घर पर आए। उनके बीच करीब 40 मिनट बातचीत हुई। इन दोनों से अलग-अगल मुलाकात करने के बाद मुलायम पार्टी कार्यालय पहुंचे और कार्यकर्ताओं को बताया कि पार्टी और परिवार में किसी तरह की कलह नहीं है।