अखिलेश की रथयात्रा से दूर शिवपाल बोले, संगठन की तुलना सरकार से न करें
समाजवादी कुनबे की कलह के बीच निकल रही विजय रथयात्रा को मुलायम सिंह की हरी झंडी भले मिल जाए लेकिन शिवपाल यादव की इससे दूरी बनी रहने के संकेत हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री के प्रस्तावित विकास से विजय की ओर रथयात्रा की तैयारी में समाजवादी कुनबे के घमासान की दरार भरी नजर नहीं आती है। अखिलेश की रथयात्रा के अधिकृत कार्यक्रम में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव मौजूदगी की बात स्पष्ट नहीं है। रथ यात्रा के बारे में पूछने पर शिवपाल ने उन्होंने कहा कि 3 को रथयात्रा और 5 नवम्बर को रजत जयंती है। रजत जयंती की तैयारियों में जुटा हूं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी का संगठन सरकार से बड़ा है।
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हरी झंडी दिखाएंगे मुलायम सिंह
शिवपाल सिंह यादव के सपा प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद मुख्यमंत्री के आयोजन में उनसे दूरी बनाई गयी है। वह भी तब जब शिवपाल ने खुद कहा था कि अगर अखिलेश उन्हें बुलाएंगे तो वह जरूर जाएंगे। रथयात्रा कार्यक्रम का ब्यौरा जारी करने वाले प्रदेश सरकार के मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने पूछे जाने पर कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव रथयात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। हालांकि उन्होंने शिवपाल को आमंत्रण दिए जाने संबंधी सवाल को अनसुनी कर दिया। मौजूदा रुख से जाहिर है कि शिवपाल से दूरी बनी हुई है। इस बीच मंगलवार को मुलायम सिंह यादव दिल्ली पहुंच गये हैं। चौधरी यह भी बता नहीं पाये कि मुलायम सिंह यादव की वापसी कब होगी। उन्होंने यह जरूर कहा कि विस्तृत और विधिवत कार्यक्रम आज जारी करेंगे।
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रजत जयंती से पहले पूरी ताकत दिखाएंगे अखिलेश
पांच नवंबर को सपा की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर जनेश्वर मिश्र पार्क में रजत जयंती कार्यक्रम आयोजित है। इसके पहले रथयात्रा के जरिए अखिलेश अपनी पूरी ताकत दिखाएंगे। सूत्रों का कहना है कि अखिलेश समर्थकों ने शिवपाल को आयोजन से इसलिए दूर रखा है ताकि अखिलेश का बड़ा कद दिखे।
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तीसरी बार रथयात्रा लेकर निकलेंगे अखिलेश
तीन नवंबर को सुबह लामार्टिनियर मैदान से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विकास से विजय की ओर रथयात्रा लेकर निकलेंगे। पहले चरण में लखनऊ के अलग-अलग क्षेत्रों से होकर उन्नाव तक उनकी यात्रा चलेगी। यह उनकी तीसरी रथयात्रा है। पहले 2001-2002 और दूसरी बार 2011-12 में वह क्रांति रथ लेकर निकले थे। इसके बाद प्रदेश में बहुमत की सपा सरकार बनी। चौधरी का कहना है कि यह रथ वास्तव में समाजवादी सिद्धांतों और विचारों को समर्पित ऐतिहासिक रथ होगा।
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संगठन ने किया सामंजस्य बनाने का प्रयास
राजधानी इस समय मुख्यमंत्री की रथयात्रा और रजत जयंती समारोह के पोस्टर-बैनर से पटी पड़ी है। जहां अखिलेश समर्थकों ने रथयात्रा से शिवपाल को किनारे किया है वहीं संगठन के लोगों ने सामंजस्य बनाने का प्रयास किया है। सपा से निष्कासित एमएलसी आनन्द भदौरिया, संतोष यादव सनी और गौरव दुबे आदि द्वारा लगाये गए बैनर पोस्टर में मुलायम और अखिलेश के साथ इन नेताओं के नाम और तस्वीर है जबकि संगठन के पदाधिकारियों ने मुलायम, अखिलेश और शिवपाल की तस्वीर लगाई है। सपा महिला सभा की अध्यक्ष श्वेता सिंह हों या समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक सिंह आशू, इन सबके बैनर में प्रमुख लोगों की तस्वीरें लगी हैं। अभिषेक ने नारा लिखा है- शिवपाल कहें दिल से, अखिलेश का अभिषेक फिर से। रजत जयंती समारोह के संयोजक बनाये गये मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और राज्य सभा सदस्य संजय सेठ के लगाए बैनरों में भी इन सभी नेताओं के चित्र लगे हैं।
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मुलायम यूथ बिग्रेड की बैठक आज
आगामी कार्यक्रमों और तनातनी के बीच मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड की बैठक बुधवार को बुलाई गयी है। सपा मुख्यालय स्थित लोहिया सभागार में बुधवार को दस बजे यह बैठक यूथ बिग्रेड के अध्यक्ष अनिल वर्मा की अध्यक्षता में होगी।
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