सुरक्षित यात्रा की तैयारी : धुंध में TCAS रोकेगा ट्रेन के सिग्नल ओवरशूट
सुरक्षित यात्रा और समय-पालन को लेकर रेलवे प्रशासन गंभीर है। संरक्षा को लेकर लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। आम जनता को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।
गोरखपुर [प्रेम नारायण द्विवेदी]। भारतीय रेलवे ने धुंध और कोहरे में सुरक्षित यात्रा की तैयारी शुरू कर दी है। ट्रेन कोलिजन एवाइडेंस सिस्टम (टीसीए सिस्टम या टी-कैस) का परीक्षण दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद रेलखंड पर फिलहाल शुरू हो चुका है। जल्द ही यह सिस्टम पूर्वोत्तर रेलवे सहित अन्य क्षेत्रीय रेलवे में कार्य करने लगेगा।
ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर आधारित यह टी-कैस सभी ट्रेन की आमने-सामने की टक्कर तो रोकेगा ही, किसी भी दशा में सिग्नल ओवरशूट (रेड सिग्नल को पार करना) नहीं होने देगा। रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) की देखरेख में तैयार यह सिस्टम ट्रेनों के इंजनों में लगाए जाएंगे। सिस्टम में स्टेशन और सिग्नल के सभी लोकेशन फीड रहेंगे। धुंध और कोहरा में लोको पायलटों को सिग्नल की सूचना व बोगियों की गतिविधियों की सटीक जानकारी मिलती रहेगी। इस सिस्टम का प्रयोग पूर्वोत्तर रेलवे के बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा और छपरा-औडि़हार-वाराणसी तथा वाराणसी-इलाहाबाद रेलखंड पर किया जाएगा।
ट्रेन प्रोटेक्शन एंड वार्निंग सिस्टम का परीक्षण पूरा
रेलवे बोर्ड धुंध और कोहरा की चुनौती से निपटने के लिए लगातार विविध तकनीकी उपकरणों का प्रयोग कर रहा है। इंजनों में लगाए जाने वाले 'ट्रेन प्रोटेक्शन एंड वार्निंग सिस्टम' का परीक्षण भी पूरा हो चुका है। फिलहाल इस सिस्टम को गतिमान एक्सप्रेस और कोलकाता मेट्रो में प्रयोग किया जा रहा है।
बरती जा रही सावधानियां
- सभी इंजनों में फाग सेफ डिवाइस लगाए जा रहे हैं, जो 500 मीटर पहले सिग्नल की जानकारी देते हैं। सिस्टम से लोको पायलटों का विश्वास बढ़ता है लेकिन विश्वसनीयता 80 फीसद ही है।
- लगाए जा रहे एलईडी बल्ब आधारित सिग्नल। यह नए सिग्नल लोको पायलटों की दृश्यता को बढ़ा रहे हैं।
- इंजनों में लगाए जा रहे विजिलेंस कंट्रोल डिवाइस (वीसीडी)। यह डिवाइस लोको पायलटों को हर सात सेकेंड पर सतर्क करते हैं। कोई हलचल नहीं होने पर यह डिवाइस 2.5 फीसद प्रेशर कम करके ट्रेन में ब्रेक लगा देता है।
- लंबी दूरी की ट्रेनों का समय- पालन दुरुस्त करने के लिए निरस्त की जा रहीं कम दूरी की गाडिय़ां।
- बढ़ा दी गई है रेल लाइनों की पेट्रोलिंग, सभी वरिष्ठ रेल अधिकारी कर रहे फुटप्लेटिंग।
- सिग्नलों पर की जा रही चूना की मार्किंग। पटरियों पर अनिवार्य रूप से बांधे जा रहे पटाखे।
सरंक्षा को लेकर रेलवे गंभीर
मुख्य जनसंपर्क अधिकार पूर्वोत्तर रेलवे संजय यादव ने बताया कि सुरक्षित यात्रा और समय-पालन को लेकर रेलवे प्रशासन गंभीर है।
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संरक्षा को लेकर लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। आम जनता को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।
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कुल 25 लाख लोगों को एसएमएस के जरिये जागरूक किया गया है। इसके अलावा रेडियो और टीवी पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
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