Snapdeal को मुनाफे में लाने के लिए को फाउंडर्स नहीं लेंगे अपनी सैलरी, 600 लोगों की हो सकती है छटनी
स्नैपडील के को-फाउंडर्स कुणाल बहल और रोहित बंसल ने कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए सैलरी न लेने की घोषणा की है
नई दिल्ली। स्नैपडील के को-फाउंडर्स कुणाल बहल और रोहित बंसल ने सैलरी न लेने की घोषणा की है। उन्होंने ऐसा कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए किया है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी भी हाई प्रोफाइल कंपनी के को-फाउंडर्स ने इस तरह का कदम उठाया हो। वहीं, खबरों की मानें तो स्नैपडील आने वाले दिनों में 600 लोगों की छटनी कर सकती है। इसी बीच स्नैपडील के स्वामित्व वाली फ्रीचार्च के सीईओ गोविंग राजन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कंपनी ने ई-मेल के जरिए दी कर्मचारियों को जानकारी: एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक, स्नैपडील ने कर्मचारियों को ई-मेल के जरिए ये जानकारी दी है। इसमें कुणाल बहल और रोहित बंसल ने सैलरी न लेने का वादा किया है। साथ ही यह भी बताया है कि दूसरे कर्मचारी भी कम सैलरी लेने को तैयार हैं, जिससे कंपनी मुनाफे में आ सके। कुणाल बहल ने यह भी लिखा है कि कंपनी के मौजूदा सभी संसाधनों का इस्तेमाल कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए करना होगा।
पहले इतनी मिलती थी सैलरी: 31 मार्च 2015 के वित्त वर्ष के आखिर में कंपनी के फॉर्म 16 के मुताबिक, दोनों फाउंडर्स को 52.94 करोड़ रुपये का सैलरी पैकेज मिला था। इसमें 1.5 करोड़ सैलरी और 51.43 करोड़ रुपये स्टॉक ऑप्शन्स के लिए मिले थे। यह जानकारी आरओसी को कंपनी की तरफ से और टॉफलर के जुटाए गए डाटा से मिली है। वहीं, 31 मार्च 2014 के वित्त वर्ष के आखिरी में दोनों फाउंडर्स में प्रत्येक को 1 करोड़ रुपये सैलरी मिली थी। अब तक 2016 में उन्हें मिली सैलरी की जानकारी सामने नहीं आई है।
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