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नोकिया भारत में 5G नेटवर्क मोबाइल लाने की तैयारी में, अन्य कंपनियां भी इस दौड़ में शामिल

भारत में 5जी नेटवर्क लाने की जुगत में लगी स्मार्टफोन निर्माता और टेलिकॉम कंपनियां

By Sakshi PandyaEdited By: Published: Thu, 30 Nov 2017 11:55 AM (IST)Updated: Thu, 30 Nov 2017 01:39 PM (IST)
नोकिया भारत में 5G नेटवर्क मोबाइल लाने की तैयारी में, अन्य कंपनियां भी इस दौड़ में शामिल
नोकिया भारत में 5G नेटवर्क मोबाइल लाने की तैयारी में, अन्य कंपनियां भी इस दौड़ में शामिल

नई दिल्ली (टेक डेस्क)। स्मार्टफोन निर्माता कंपनी नोकिया ने घोषणा की है की वो भारत में 5G मोबाइल नेटवर्क प्रौद्योगिकी लेकर आएगी। इसके लिए कंपनी भारत में अपने शोध और विकास यानि की R&D केंद्र का विस्तार करेगी। कंपनी के प्रमुख रूपा संतोष का कहना है- “हम अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों -5जी मोबाइल नेटवर्क आर्किटेक्टचर, वॉयस ओवर एलटीई (लांग-टर्म इवोल्यूशन या मोबाइल डिवाइसों और डेटा टर्मिनल के लिए हाईस्पीड वायरलेस कम्यूनिकेशन का स्टैंडर्ड), क्लाउड और बिग डाटा एनालिटिक्स पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यहां अपने आरएंडडी केंद्र के कर्मियों की संख्या 2018 में बढ़ाएंगे।”

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संतोष के अनुसार- “हम पहले से ही यूरोपीय संघ में 14 औद्योगिक और शैक्षणिक सहयोगियों के साथ मिलकर 5जी मोबाइल नेटवर्क आर्किटेक्टचर का विकास कर रहे हैं। हालांकि कंपनी ने यह जानकारी नहीं दी है कि साल 2018 में वह कितने कर्मियों की भर्तियां करेगी।”

4G के बाद टेक्नोलॉजी और दूरसंचार में अगला स्तर 5G मोबाइल नेटवर्क का है। सिर्फ नोकिया ही है बल्कि अन्य कई कंपनियां भी 5G नेटवर्क में विस्तार करने की योजना बना रही हैं। उम्मीद की जा रही है की भारत में 2020 तक 5G नेटवर्क की शुरुआत हो जाएगी। 5G के आने के बाद 2G/3G नेटवर्क पूरी तरह खत्म होने की सम्भावना है। आने वाले समय में 5G नेटवर्क 4G की जगह ले लेगा। इसकी खासियत ये होगी की इससे वॉयस, डाटा और वीडियो ट्रैफिक तेज स्पीड पर भेजे और प्राप्त किये जा सकेंगे।

2020 तक 5G लाने का सरकार का भी लक्ष्य: 

सरकार ने भी 5G नेटवर्क भारत में जल्द लाने के लिए कमर कस ली है। इस तकनीक को 2020 तक लाने का रोडमैप तैयार करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।

संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने संवाददाता सम्मेलन में इसका एलान किया। उन्होंने कहा, 2जी, 3जी में हम पिछड़ गए थे। लेकिन 5जी में हम बाकी दुनिया के साथ ही नहीं बल्कि आगे रहना चाहते हैं। इसके लिए संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रलय मिलकर 500 करोड़ रुपये की रकम खर्च करेंगे।

सिन्हा के मुताबिक 5जी तकनीक उद्योगों को वैश्विक बाजार तथा ग्राहकों तक पहुंच बनाने तथा अपने कारोबार को व्यापक स्वरूप प्रदान कर लागत में कमी करने का अवसर प्रदान करेगी। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। समिति के गठन का मकसद भारत में 5जी को जल्द से जल्द लागू करने तथा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी उत्पाद एवं अर्थ प्रणाली विकसित करना है ताकि अगले पांच-सात वर्षों में 50 फीसद भारतीय बाजार तथा 10 फीसद वैश्विक बाजार को कवर किया जा सके।

टेलिकॉम कंपनियां भी इस दौड़ में पीछे नहीं:

टेलिकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनियां वोडाफोन इंडिया, आइडिया सेल्यूलर और रिलायंस जियो अपने-अपने नेटवर्क्स को 5जी तकनीक के लिए तैयार कर रही हैं। साथ ही साल 2020 तक भारत में MIMO तकनीक लॉन्च करने की भी तैयारी की जा रही है। इस तकनीक को 5जी नेटवर्क के लिए एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता है।

एयरटेल ने पहले ही शुरू किया ट्रायल:

देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने इस तकनीक के पहले चरण को बेंगलुरु और कोलकाता में जारी कर दिया है। इसके बाद कंपनी पुणे, हैदराबाद और चंदीगड़ जैसे अन्य शहरों में भी इसका विस्तार करेगी।

क्या है कंपनियों का कहना?

आईडिया सेल्यूलर के मैनेजिंग डायरेक्टर हिमांशु कापानिया ने बताया, “हम भारत में MIMO तकनीक पर 4जी तकनीक लाने की प्रक्रिया में हैं।” वहीं, वोडाफोन इंडिया के डायरेक्टर विशांत वोरा ने कहा, “5जी को जारी किए जाने में अभी भी काफी समय है। ऐसे में हम MIMO तकनीक जैसी 5जी टेक्नोलॉजी की कुछ चीजों को 4जी में लाने जा रहे हैं और उन्हें लागू कर रहे हैं। हम इसका ट्रायल कर रहे हैं।” इसके अलावा जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पहले ही कहा था कि 4जी तकनीक को आसानी से 5जी और आगे की तकनीकों पर बढ़ाया जा सकता है।

क्या है Mimo तकनीक?

इस तकनीक के जरिए बेस स्टेशन की क्षमता 5 से 7 गुना बढ़ जाती है। साथ ही इससे हस्तक्षेप काफी हद तक कम हो जाता है। यानी डिवाइस में जाने वाले सिग्नल का ट्रांसमिशन काफी बढ़ जाता है। इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि जो यूजर वॉयस और डाटा इस्तेमाल कर रहा है इसे 30 से 35 Mbps तक की औसत स्पीड मिलेगी। साथ ही 50 Mbps की उच्चतम स्पीड मिलेगी। अगर 4जी की बात करें तो यूजर्स को 4 Mbps से 16 Mbps की स्पीड दी जाती है। 

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