क्या आप जानते हैं औसत भारतीय मोबाइल डाटा यूजर्स प्रति महीने कितने डाटा की करता है खपत
जानें भारतीय मोबाइल डाटा यूजर्स की डाटा खपत के बारे में क्या कहती हैं अलग-अलग रिपोर्ट्स
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। भारत में 4G नेटवर्क और सस्ते फीचर फोन आने के बाद इंटरनेट डाटा की खपत में इजाफा हुआ है। ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है भारतीय इंटरनेट यूजर्स औसतन प्रति महीने कितना मोबाइल डाटा की खपत करता है? हाल ही में आई एरिक्सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एक औसत मोबाइल डाटा यूजर 2023 तक 18GB प्रति महीना डाटा खपत करने लगेगा। वर्तमान समय में यह आंकड़ा 3.9 GB प्रति महीना पर है। यानि की आने वाले समय में मोबाइल डाटा की खपत पांच गुना बढ़ जाएगी। इसका एक बड़ा कारण यह भी है की अब टेलिकॉम कंपनियां सस्ते डाटा प्लान ऑफर करने लगी हैं।
रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है की भारत में डाटा की खपत की वृद्धि के चलते पूरे विश्व के मोबाइल डाटा ट्रैफिक में सबसे उच्च साल-दर-साल वृद्धि देखने को मिली है। 2013 के बाद भारत में डाटा खपत के बढ़ने के परिणामस्वरूप सबसे उच्च साल-दर-साल वृद्धि देखी गई है।
2023 तक 20 फीसद विश्व जनसंख्या करेगी 5G का इस्तेमाल:
रिपोर्ट में यह भी बताया गया की 2023 तक विश्व की तकरीबन 20 फीसद जनसंख्या 5G का इस्तेमाल करने लगेगी। 2017 की बात करें तो, एरिक्सन का दावा है की LTE नेटवर्क लगभग 5.5 मिलियन सब्सक्रिप्शन के साथ सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला नेटवर्क होगा। LTE नेटवर्क का यह आंकड़ा बढ़कर विश्व जनसंख्या का 85 फीसद होने की उम्मीद है। वहीं, VoLTE नेटवर्क का 2023 तक 5.5 मिलियन सब्सक्रिप्शन तक बढ़ने की उम्मीद है।
VoLTE बनेगा पॉपुलर नेटवर्क:
भारत की बात करें तो LTE अभी भी 17 फीसद पर है। 2023 तक इसके 60 फीसद होने की उम्मीद है। इसी के साथ रिपोर्ट में यह भी बताया गया की VoLTE एक पॉपुलर टेक्नोलॉजी के रूप में उभरेगा और 2023 तक इस नेटवर्क पर 800 मिलियन के करीब सब्सक्राइबर्स होंगे। रिलायंस जियो के आने के बाद टेलिकॉम कंपनियां ग्राहकों को अपने साथ बनाए रखने के लिए कई आकर्षक ऑफर्स की पेशकश कर रहीं हैं। इंटरनेट स्पीड बेहतर होने के साथ-साथ अब यूजर्स वाई-फाई पर निर्भर ना होकर मोबाइल डाटा को तवज्जो दे रहे हैं । उम्मीद की जा रही है की जियो द्वारा शुरू किया गया यह ट्रेंड आगे आने वाले लम्बे समय तक चलेगा।
अन्य रिपोर्ट के आंकड़ें क्या कहते हैं:
4G के इस्तेमाल में आया उछाल:
नोकिया एमबिट की रिपोर्ट की मानें तो दिसंबर के आखिरी तक टेलिकॉम नेटवर्क पर डाटा के इस्तेमाल का आंकड़ा 165 पेटाबाइट था। नोकिया के प्रमुख ( कॉरपोरेट) अमित मारवाह ने बताया, ‘‘डाटा के इस्तेमाल में बड़ी बढ़त देखने को मिली है। छह महीने में अॉपरेटर्स के नेटवर्क पर डाटा खपत 2.2 गुना हो गया है। इसी के मद्देनजर हमने नोकिया एमबिट रिपोर्ट का विस्तार जारी किया है।’’ आपको बता दें कि इस रिपोर्ट में जियो के डाटा इस्तेमाल के आंकड़ें शामिल नहीं किए गए हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि जहां एक तरफ 3G डाटा का इस्तेमाल 55 फीसद होता है। वहीं, 4G डाटा के इस्तेमाल में पहले से ज्यादा उछाल आया है।
2022 तक 1608 पेटाबाइट डाटा यूसेज होने की उम्मीद:
वहीं, इससे पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें कंस्लटिंग फर्म Deloitte ने अंदाजा लगाया था कि साल 2020 तक भारत में मोबाइल डाटा यूसेज 1608 पीबी यानि पेटाबाइट तक बढ़ जाएगी। आपको बता दें कि 1 पेटाबाइट का मतलब 1 बिलियन जीबी होता है। साथ ही यह भी बताया कि इस दौरान भारत में स्मार्टफोन का इस्तेमाल भी 58 फीसद तक बढ़ने की उम्मीद है। अगर 4जी डाटा की बात की जाए तो इसमें पिछले कुछ समय में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। इसका सब्सक्राइबर बेस 2022 तक 1.15 बिलियन होने की उम्मीद है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में 3जी ज्यादा फैला हुआ है। वहीं, जल्द ही 5जी भी भारत में दस्तक दे सकता है।
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