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    मुकेरियां में राधे मां के खिलाफ प्रदर्शन, पुतला फूंका

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Sat, 08 Aug 2015 06:11 PM (IST)

    मुकेरियां में शिवसेना के कार्यकर्ताअों विवादों में आईं धर्म गुरु राधे मां के खिलाफ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राधे मां के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह लगे उनके बैनर व होर्डिेग काे भी नुकसान पहुंचाया।

    होशियारपुर। जिले के मुकेरियां में शिवसेना के कार्यकर्ताअों विवादों में आईं धर्म गुरु राधे मां के खिलाफ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राधे मां के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह लगे उनके बैनर व होर्डिेग काे भी नुकसान पहुंचाया।

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    प्रदर्शनकारियों का कहना था कि राधे मां की करतूतों से मुकेरियां क्षेत्र की बदनामी हुई है। उन्हाेंने धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है। शिवसेना कार्यकर्ताओं की मांंग थी कि राधे मां के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करे।

    मुकेरियां में प्रदर्शन करते शिवसैनिक।

    मुकेरियां के खानपुर में राधे मां का आश्रम है। इसे उनकी सगी बहन रज्जी मासी संभालती हैं, लेकिन आश्रम में आजकल सन्नाटा पसरा है। अब मुकेरियां के राधे मां के घर में चौकी नहीं लगती है। कभी-कभार आने पर राधे मां मुकेरियां में खुद के बनाए गए खानपुर के मंदिर में रुकती थीं।

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    पंजाब के जिले गुरदासपुर में पैदा हुई राधे मां का असली नाम सुखविंदर कौर उर्फ गुड़िया हे। उनका विवाह मुकेरियां में हुआ था। उनके पति दुबई में भी काफी समय तक रहे। वहां से आने के बाद वह मुकेरियां में हलवाई की दुकान करने लगे। गुड़िया घर में सिलाई का काम करती थी। इस बीच, वह मुकेरियां में डेरा परमाहंस बाग मंदिर आने-जाने लगीं।

    उनकी सेवा से प्रभावित होकर महंत रामादीन दास ने गुरु दीक्षा दे दी थी। थाना रोड नजदीक भारतीय स्टेट बैैंक के पास गुड़िया घर में चौकी लगाने लगाने लगी। छोटे से घर में चौबारे पर लगने वाली चौकी में धीरे-धीरे भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी। गुड़िया का प्रचार बढ़ता गया ओर वह राधे मां बन गईं।

    मुकेरियां के खानपुर में राधे मां का आश्रम।