Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किडनी रैकेट : खुल रहीं परतें, 18 लाख में ट्रांसप्‍लांट का सौदा

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Sat, 08 Aug 2015 12:29 PM (IST)

    जालंधर में पकड़े गए किडनी रैकेट में एक के बाद नए खुलासे हो रहे हैं। इससे मामले में रोज नया मोड़ आ रहा है। किडनी लेने व देने वाले दाेनों इस गाेरख धंधे में लगे गिरोह शिकार बन रहे थे।

    जालंधर [मनाेज त्रिपाठी ]। यहां पकड़े गए किडनी रैकेट में एक के बाद नए खुलासे हो रहे हैं। इससे मामले में रोज नया मोड़ आ रहा है। किडनी लेने व देने वाले दाेनों इस गाेरख धंधे में लगे गिरोह शिकार बन रहे थे। इस सौदे मेें किडनी के लिए परेशान मरीज और डोनर के बीच रिश्ते भी दांव पर लगाए जा रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली से आए परिवार ने पुलिस के सामने सुनाई दास्तां

    जालंधर किडनी कांड में फंसे दिल्ली के लाजपतनगर के अंकित अरनेजाके रिश्तेदारों की दास्तां ने किडनी कांड में मरीजों के सामाजिक और आर्थिक कैसे शोषण को उजागर किया । अंकित के मामा व उनके रिश्तेदार आर अरनेजा ने जालंधर पुलिस के सामने पेश होकर 18 लाख रुपये के पैकेज में किडनी बदलवाने की दास्तां पेश की।

    नाम न छापने की शर्त पर अंकित के एक रिश्तेदार ने बताया कि जुनैद उन्हें नई दिल्ली में किसी संपर्क से मिला। उससे पहले उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि किडनी ट्रांसप्लांट भी हो सकती है। उन्हें इसके इलाज को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं थी। जुनैद ने जालंधर के एक आनंद नाम के व्यक्ति से बात करवाई। साथ ही कहा कि उनके मरीज को सही किया जा सकता है सिर्फ 18 लाख रुपये लगेंगे। अगर किडनी डोनर वे खुद तैयार कर लेते हैं तो 9 लाख रुपये लगेंगे।

    उसने बताया कि जुनैद ने उन्हें तीन डोनरों से भी मिलवाया। आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने अपने घर व रिश्तेदारों में डोनर की तलाश की। तमाम कवायद के बाद पड़ोसी को तैयार कर ले गए। डोनर ने शर्त रखी कि पहले अपने परिवार में बहन की शादी करवाओ और पांच लाख रुपये दो तो वह किडनी देगा। अंकित की जिंदगी की चाह में परिजनों से इस सौदे को मंजूर कर लिया।

    इसके बाद शुरू हुआ जुनैद का खेल और एक सप्ताह में किडनी ट्रांसप्लांट हो गई। ट्रांसप्लांट भी जालंधर में हुआ। उन्होंने पांच लाख की अस्पताल की रसीद भी पुलिस को दिखाई। इसके अलावा, उन्होंने जुनैद को भी पांच लाख दे दिए, बाकी की चार लाख रुपये की रकम अभी देनी थी, लेकिन तब तक किडनी कांड का खुलासा हो गया।
    उन्हाेंने बताया कि अंकित को भी किडनी कैंपों में कई डॉक्टरों को दिखाया गया था। वहीं से जुनैद को अंकित के बारे में जानकारी मिली थी। एक कैंप में जालंधर के भी दो डॉक्टरों ने भाग लिया था।

    अस्पताल की ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर पर केस

    दूसरी ओर, पुलिस ने नेशनल किडनी अस्पताल की ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर नीना गुप्ता उर्फ साधना के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साधना किडनी देने व लेने वालों के दस्तावेज चेक करती थी और दस्तावेजों में हेराफेरी करने के बदले 50 हजार रुपये लेती थी। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

    एडीसीपी क्राइम जे इलनचेलिअन ने बताया कि मुख्य आरोपी जुनैद और लैब टेक्नीशियन हरमिंदर ने बयान में साधना का ही नाम बार-बार लिया था। दोनों का कहना था कि पैसे साधना ही लेती थी और दस्तावेज की जांच कर पास करती थी। जांच में जुनैद व हरमिंदर का आपसी संबंध निकला है। जुनैद हर बार हरमिंदर से ही ब्लड सैंपल पास करवाता था। उसके बदले में तय रकम अदा करता था।

    उधर नेशनल किडनी अस्पताल के डॉ. राजेश अग्रवाल और उनकी पत्नी दीपा अग्रवाल ने फिर एसआइटी के समक्ष पेश होकर दस्तावेज देने के लिए और समय मांगा है। रविवार तक दोनों अपने दस्तावेज पेश कर सकते हैं।
    वहीं पंजाब मेडिकल काउंसिल (पीएमसी) की बैठक में अमृतसर में 2002 में हुए किडनी कांड में फंसे जालंधर के डॉक्टर एसपीएस ग्र्रोवर, अमृतसर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डा. ओपी महाजन, डा. जगदीश गार्गी, डा. एचएस भूटानी व डा. अरजिंदर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

    किडनी लेने वाले तीन लोग हुए पेश
    शुक्रवार को किडनी कांड में नाम आने पर दिल्ली निवासी तीन लोग पुलिस के समक्ष पेश हुए। पता चला है कि दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश की पूनम जैन, दिल्ली के कालका मंदिर क्षेत्र निवासी महिंदर खुराना व नई दिल्ली के लाजपतनगर-2 निवासी अंकुर अरनेजा के परिजनों ने अपने बयान दिए हैं। उधर धर्मशाला गई जांच टीम बैरंग लौट आई है। टीम को दोबारा भेजा जाएगा।

    अभी तक इन पर दर्ज हैं केस
    1. इकबाल खान निवासी दुबरगा (दुबग्गा) चौराहा लखनऊ।
    2. आयुष कुमार जैन पुत्र प्रदीप कुमार निवासी ईस्ट आफ कैलाश, नई दिल्ली।
    3. पूनम जैन पत्नी प्रदीप कुमार जैन निवासी ईस्ट आफ कैलाश नई दिल्ली।
    4. अंकित अरनेजा निवासी लाजपत नगर-2, नई दिल्ली।
    5. अंकुर अरनेजा, लाजपत नगर-2, नई दिल्ली।
    6. दुर्गा पत्नी संजय निवासी कानपुर, उत्तर प्रदेश।
    7. सुजाता पत्नी मङ्क्षहदर खुराना निवासी कालका मंदिर, नई दिल्ली।
    8. मङ्क्षहदर खुराना पुत्र प्रकाश खुराना निवासी कालका मंदिर, नई दिल्ली।
    9. उमर राजा खाना निवासी मिलिट्री कालेज, लखनऊ।
    10. गोबिंदा पुत्र सुनील निवासी धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश।
    11. सुनील कौल पुत्र नाथजी निवासी कोतवाली बाजार, धर्मशाला।
    12. विक्की निवासी कानपुर, उप्र।
    13. सादिक भाई निवासी कानपुर, उप्र।
    14. जुनैद अहमद, फरीदाबाद।
    15. कुलदीप कुमार निवासी फरीदाबाद।
    16. सबूर अहमद निवासी लखनऊ।
    17 वरदान चंद्र राव निवासी लखनऊ।
    18. हरमिंदर सिंह निवासी नकोदर जालंधर।
    19. नीना रानी उर्फ साधना निवासी किशनपुरा जालंधर।
    ::::::::::::::::::
    बेहोश मिला युवक, मानव अंगों की तस्करी का शक
    उधर, जालंधर के सिविल अस्पताल में दाखिल एक युवक ने शुक्रवार को होश में आने के बाद सनसनीखेज खुलासा किया। युवक प्रहलाद ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के जिला मऊ (आजमगढ़) के गांव गरामड़ का रहने वाला है। पिता का नाम संतोष है।

    उसने बताया कि उसे काम हलवाने के बहाने कुछ लोग कार में पहले दिल्ली ले गए थे। उन लोगों ने उसे वहां कहा कि जालंधर में काम दिलवाएंगे। सिर्फ एक ऑपरेशन होगा तथा उसे साढ़े तीन लाख मिलेंगे। उसे ट्रेन से दिल्ली लाया गया। उन्होंने ट्रेन में कुछ सुंघा दिया। इसके बाद उसे पता नहीं चला कि वह यहां कैसेट पहुंचा। उसकी टांग टूटी थी।

    प्रहलाद ने होश में आने के बाद कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि कौन लोग उन्हें दिल्ली से जालंधर लाए। एक ऑपरेशन के बदले साढ़े तीन लाख रुपये किस काम के मिलने थे। यह सब प्रश्न मानव अंगों की तस्करी की ओर इशारा करते हैं।