जानिए, नवजोत सिंह सिद्धू ने किसके लिए ट्विटर पर लिखा- हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे
पूर्व क्रिकेटर एवं पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों खासेे सक्रिय हो गए हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले सक्रिय नवजोत सिंह सिद्धू ट्विटर के जरिये विरोधियों पर इन दिनों खूब निशाना साध रहे हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। पूर्व क्रिकेटर एवं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू कोटकपूरा गोली कांड को लेकर हाई कोर्ट द्वारा एसआइटी की रिपोर्ट खारिज किए जाने के बाद खासे आक्रामक हो गए हैं। सिद्धू ने एक बार फिर ट्वीट कर निशाना साधा है। सिद्धू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, 'हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे।' साथ ही उन्होंने लिखा है कि यह सरकार या पार्टी की नाकामी नहीं है, बल्कि एक आदमी है जिसने दोषियों से हाथ मिला रखा है।
हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह एक आदमी किसे बता रहे है। सिद्धू ने यह ट्वीट तब किया है जब एक दिन पहले ही स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम के प्रमुख सदस्य रहे कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि सरकार के निर्देशों के बावजूद कोटकपूरा गोलीकांड जैसे संवेदनशील मुद्दे पर एडवोकेट जनरल अतुल नंदा एक बार भी पेश नहीं हुए। बल्कि हर पेशी से पहले वह मेडिकल लीव पर चले गए।
Carefully crafted collusive abetment leading to ...
हम तो डूबेंगे सनम,
तुम्हें भी ले डूबेंगे I
It is not a failure of the Govt or the party, but one person who is hand in glove with the culprits. pic.twitter.com/tp1rOj8Xox— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) April 21, 2021
यह भी पढ़ें: पटियाला में महिला के चेहरे टेप लपेटकर हत्या, बेटे के आफिस के रास्ते घर में घुसे हत्यारे
कुंवर ने कहा था कि दो साल मेहनत के बाद हमारी टीम ने जो चालान पेश किया, उसके तथ्यों में खामियां निकालने की बजाय बचाव पक्ष के वकील चालान पर एक ही अफसर के हस्ताक्षर को लेकर बहस कर रहे थे। जब हाई कोर्ट का फैसला आया तो एजी को बड़ी खुशी थी यह फैसला सुनाते हुए।
यह भी पढ़ें: IAS अशोक खेमका को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से बड़ी राहत, डिवीजन बेंच ने प्रतिकूल टिप्पणी पर रोक लगाई
हालांकि सिद्धू ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह व्यक्ति कौन है जो दोषियों के साथ हाथ मिलाया हुआ है। हालांकि सिद्धू ने सरकार और पार्टी को नाकामी से दूर रखा है। सिद्धू इन दिनों मझे हुए राजनेता की तरह अपनी ही सरकार की नाकामियों पर चोट कर रहे हैंं। फिलहाल इस बार वह सीधे-सीधे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से नहीं टकरा रहे हैं जैसा कि 2019 में देखने को मिला था।
यह भी पढ़ें: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हरियाणा आयुष विभाग ने बनाया Immunity Booster