नशे में धुत छात्रा ने पांच वाहनों को ठोंका, फिर बनाई गैंगरेप से बचने की झूठी कहानी
यूआइईटी की नशे में धुत छात्रा ने सोमवार देर रात पांच वाहनों को टक्कर मार दी। इसके बाद उसने कार्रवाई से बचने के लिए गैंगरेप के प्रयास की झूठी कहानी रची।
जेएनएन, चंडीगढ़। नशे में धुत एक छात्रा ने तेज गति से कार चलाते हुए एक के बाद एक पांच वाहनों को टक्कर मार दी और कार सहित भाग कर घर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए छात्रा और उसके परिजनों ने उससे कुछ छात्रों द्वारा गैंगरेप की कोश्ािश की नकली कहानी गढ़ी।
परिजनों ने कहा कि उसके संस्थान के कुछ छात्रों ने शराब पिलाई और दुष्कर्म करने की कोशिश की। वहां से वह किसी तरह भागी और इसी बदहवासी में उससे हादसा हो गया। लेकिन, पुलिस की जांच के बाद मंगलवार शाम तक सारा मामला उलट गया और छात्रा ने स्वीकार किया कि उसे कोई रेप नहीं हुआ और उसने ऐसा बयान नशे में दे दिया था।
दरअसल, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइईटी) की इस छात्रा ने अपनी दो सहेलियों के साथ शराब पी थी। ज्यादा शराब पीने से वह नशे में धुत हो गई और इसी हालत में अपनी मारुति आल्टो कार में घर के लिए रवाना हो गई।
पुलिस कार्रवाई से बचने काे किया सारा तमाशा, अब बोली- नशे में कह दी थी रेप के प्रयास की बात
घटना सोमवार रात की है। करीब 11 बजे रात में नशे में धुत व बदहवास यह छात्रा ने तेज गति से कार चलाते हुए सेक्टर 45 के पास एक बाइक सवार को टक्कर मारी। हादसे के बाद कार रोकने के बजाए वह और तेज गति से कार भगा कर वह निकल गई। इसके बाद उसने एक के बाद एक चार और वाहनों काे टक्कर मारी। लाेगों ने उसे रोकने की कोशिश भी की, लेकिन वह नहीं रुकी। सेक्टर 46 के रहनेवाली यह छात्रा घर पहुंच कर ही रुकी। बताया जाता है कि वह सेक्टर 11 से आ रही थी।
बुजुर्ग महिला सहित दोनों घायल, छात्रा का भी कराया गया मेडिकल
इसके बाद लोग उसके घर पहुंच गए और पुलिस को भी सूचित कर दिया। सेक्टर-45 पुलिस चौकी के इंचार्ज सुखजिंद्र सिंह ने बताया कि हादसे में एक बुजुर्ग महिला कमला देवी (80 साल) और रामदरबार निवासी पवन ठाकुर घायल हुए हैं। घायलों का इलाज जीएमसीएच-32 में चल रहा है। दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है।
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घायल पवन ठाकुर ने बताया कि वह सेक्टर-45 में मोटरसाइकिल की सर्विस कराने गए थे। वह सेक्टर-45 पुलिस चौकी के पास पहुंचे तो पीछे से उनको लड़की कार से टक्कर मारकर फरार हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सेक्टर-34 थाना पुलिस पहले आरोपी लड़की का मेडिकल करवाने जीएमसीएच-32 लेकर गई थी। लेकिन लोगों का गुस्सा देखकर पुलिस उसे चुपचाप दूसरे गेट से निकाल कर जीएमएसएच-16 में भर्ती करवाया।
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परिजनोंं ने कहा- गैंगरेप से बचने के लिए भाग रही थी, इसी बदहवासी में हुए हादसे
इसके बाद छात्रा और परिजनों ने उसे मामले में फंसता हुआ देख तो झूठी कहानी गढ़ी। परिजनों ने कहा कि यूआइईटी के कुछ छात्रों ने पहले तो उनकी बेटी को शराब पिलाई और फिर दुष्कर्म करने का प्रयास किया। इसके बाद वह बदहवासी में वहां से भागी तो उससे एक्सीडेंट हो गया। उसके बाद पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर तीन युवकों को राउंडअप किया है। छात्रा का मेडिकल भी करवाया गया और उसमें दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई।
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पुलिस की जांच में सब कुछ हुआ साफ तो छात्रा ने भी स्वीकार की असलियत पढ़ें : पति ने महिला को प्रेमी से मिलने से रोका तो उसने किया यह काम दो सहेलियों के साथ पी थी बीयर पुलिस जांच में पता चला है कि यूआइईटी की छात्रा ने अपनी दो सहेलियों के साथ सेक्टर-9 में बीयर पी थी। बीयर पीने के बाद छात्रा को काफी नशा हो गया। नशे की हालत में उससे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। इसी हालत में वह वहां से अपनी आल्टो कार में घर के लिए निकल पड़ी। उसके बाद उसने रास्ते में एक के बाद एक पांच वाहनों को टक्कर मार दी। सेक्टर-34 थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्रा का मेडिकल करवाने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। पीजीआइ चौकी इंचार्ज भी मौके पर पहुंचकर छात्रा के बयान दर्ज करने चाहे लेकिन वह उस समय बयान देने की हालात नहीं थी। पीजीआइ चौकी इंचार्ज बाद में मंगलवार को उसके बयान दर्ज किए।
इसके बाद पुलिस ने अपन जांच तेज की अौर छात्रा से सख्ती से पूछताछ की ताे सारी असलियत सामने आ गई। पीजीआइ चौकी इंचार्ज मंगलवार को छात्रा के बयान दर्ज करने सेक्टर-46 स्थित उसके घर पर गई। छात्रा ने पुलिस को बताया कि उससे किसी ने कोई दुराचार नहीं किया है। नशे की हालत में गलती से दुराचार होने की बात कही थी। इसलिए वह कोई शिकायत और बयान नहीं देना चाहती।