कर्ज में डूबे तीन किसानों ने दी जान
कर्ज और आर्थिक तंगी से जूझते हुए कोई रास्ता न मिलने पर किसान आत्महत्या का रास्ता अपना रहे हैं। पंजाब के विभिन्न इलाके से तीन किसानों ने आत्महत् ...और पढ़ें

मानसा (जागरण संवाददाता)। जिले के गांव टाहलियां व फत्ता मालोका में दो किसानों ने कर्ज व आर्थिक तंगी से परेशान होकर जहरीली दवा निगल ली, जिसके चलते दोनों किसानों की मौत हो गई। वहीं, पटियाला के गांव खेड़ी रनवा में भी एक किसान ने सल्फास निगलकर खुदकशी कर ली।
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मानसा के गांव टाहलियां निवासी किसान गुरतेज सिंह (35) पुत्र जसवीर सिंह ने वीरवार को कीटनाशक पीकर खुदकशी कर ली। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेता इकबाल सिंह फफड़े ने बताया कि गुरतेज के पास अपनी 14 कनाल जमीन थी, जबकि उसने कुछ और जमीन ठेके पर ली थी। पिछली बार उसकी नरमे की फसल खराब हो गई, जिसका उसे मुआवजा नहीं मिला। उस पर आढ़ती व बैंक का चार लाख रुपये का कर्ज था। इसके कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था।
किसान का वीरवार को गांव टाहलियां में अंतिम संस्कार किया गया। मानसा जिले के ही गांव फत्ता मालोका के किसान लाभ सिंह (40) पुत्र राम सिंह ने बुधवार सायं अपने खेत में जाकर कीटनाशक दवा पीकर जान दे दी। मृतक के ममेरे भाई मक्खण सिंह ने बताया कि लाभ सिंह की नरमे की फसल सफेद मक्खी के कारण बर्बाद हो गई थी। आढ़ती का साढ़े चार लाख व बैंक का ढाई लाख रुपये कर्ज था।
भाकियू नेता गुरजीत सिंह व जरनैल सिंह टाहलियां ने सरकार से मृतक किसान के परिजनों को मुआवजा, परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की है। वहीं पटियाला के डकाला स्थित देवीगढ़ इलाके के गांव खेड़ी रनवा के किसान अमरजीत सिंह (45) ने कर्ज से परेशान होकर सल्फास की गोलियां निकलकर आत्महत्या कर ली। उस पर बैंकों का 25 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज था।

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