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    Haryana Cabinet Expansion: देर रात तक तय हुए मंत्रियों के नाम, दुष्यंत चौटाला को 11 विभाग

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Thu, 14 Nov 2019 11:40 AM (IST)

    Haryana Cabinet Extension 17 दिन बाद हो रहा है। इसके लिए बुधवार देर रात तक मंत्री के नाम तय हुए। दूसरी ओर दुष्‍यंत चौटाला को देर रात 11 विभाग सौंपे गए ...और पढ़ें

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    Haryana Cabinet Expansion: देर रात तक तय हुए मंत्रियों के नाम, दुष्यंत चौटाला को 11 विभाग

    चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। Haryana Cabinet Extension आखिरकार हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार का विस्‍तार तय हो रहा है। हरियाणा कैबनेट का आज नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके लिए बुधवार देर रात तक गतिविधियां चलीं और मंत्रियों के नाम तय हुए। बता दें कि यह विस्‍तार मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल और उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला के शपथ लेने के करीब 17 दिन दिन बाद हो रहा है। दूसरी ओर, मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला को बुधवार देर रात कई महत्‍वपूर्ण विभाग सहित 11 विभाग सौंपे।

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    मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने उपमुख्यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला को 11 विभाग सौंपे। दुष्‍यंत चौटाला को ये विभाग सौंपे गए हैं-

    1. राजस्‍व एवं आपात प्रबंधन विभाग (रेवेन्यू एंड डिजास्टर मैनेजमेंट विभाग)।

    2. एक्साइज एंड टैक्सेसन।

    3. ग्रामीण विकास एवं पंचायत।

    4. उद्योग एवं वाणिज्‍य।

    5. जनस्‍वास्‍थ्‍य अभियांत्रिकी (पब्लिक वर्क्स)

    6. खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्‍ता मामले।

    7. श्रम एवं रोजगार।

    8. सिविल एविएशन।

    9. आर्कियोलॉजी एंड म्यूजियम।

    10. पुनर्वास (रिहेबिलिटेशन)।

    11 कॉन्सोलिडेशन।

    बता दें कि मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल और उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला ने 27 अक्‍टूबर को शपथ ली थी। इसके साथ ही कैबिनेट में भाजपा और जजपा के बीच विभागों के बंटवारे पर भी विचार-विमर्श हुआ। इसके बाद दुष्‍यंत चौटाला को 11 विभाग सौंपेे  गए। जजपा को पहले 12 महत्‍वपूर्ण विभाग मिलने की संभावना जताई जा रही थी , हालांकि वह 14 विभागों की मांग कर रही थी। इसके साथ ही कैबिनेट विस्‍तार से पहले मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने बुधवार रात भाजपा, जजपा और निर्दलीय विधायकों को डिनर पर बुलाया ।

    दूसरी ओर, देर रात कई नामों की चर्चा रही। मंत्रियों के तौर पर ये नाम तय माने जा रहे हैं-

    भाजपा कोटे से बनाए जाने वाले संभावित मंत्री

    1. अनिल विज - (अंबाला छावनी)

    2. कंवरपाल गुर्जर - (जगाधरी)

    3. ओमप्रकाश यादव - (नारनौल)

    4. बनवारी लाल - (बावल)

    5. संदीप सिंह - (पेहवा)

    6. मूलचंद शर्मा - (बल्लभगढ़)

    7. कमलेश ढांडा - (कलायत)

    8. जेपी दलाल - (लोहारू)

    जजपा कोटे से बनाए जाने वाले संभावित मंत्री

    1. रामकुमार गौतम - (नारनौंद)

    2. ईश्वर सिंह - (गुहला चीका)

    3. देवेंद्र बबली - (टोहाना)

    निर्दलीय विधायकों में तीन टॉप पर

    1. रणजीत सिंह चौटाला - (रानियां)

    2. नयनपाल रावत - (पृथला)

    3. रणधीर गोलन - (पूंडरी)

    (इनमें एक बनेगा मंत्री )

    जजपा संयोजक और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार को सीएम मनोहर लाल के साथ बैठक कर अपनी पार्टी के लिए कई महत्‍वपूर्ण विभाग मांगे थे। जजपा ने भाजपा से करीब 14 बड़े विभागों की मांग की है। सूत्रों का कहना है किजजपा ने गृह, वित्त,कृषि, ग्रामीण विकास, पंचायत, शहरी स्थानीय निकाय, बिजली, स्वास्थ्य और आबकारी एवं कराधान समेत कई विभाग मांगे हैं।

    दूसरी ओर, भाजपा गृह, कृषि और आबकारी एवं कराधान विभाग जैसे महत्‍वपूर्ण विभाग अपने पास रखना चाहती है।  बताया जाता है कि भाजपा इस विभागों को छोड़कर जजपा को 12 अहम विभाग देने को तैयार है। यह भी बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद एक बार फिर विभागों के आवंटन को लेकर बैठक होगी।

    बता दें कि हरियाणा और महाराष्ट्र में एक ही दिन विधानसभा चुनाव हुए थे और नतीजे भी साथ ही आए। दोनों जगह त्रिशंकु विधानसभा के कारण हालात ऐसे बने कि असमंजस खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस की 'गुगली' में सरकार बन नहीं पा रही और हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के शपथ लेने के बावजूद मंत्रियों और विभागों के नाम नहीं फाइनल हो पा रहे थे। हालांकि अब तय हो गया है कि बृहस्पतिवार को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। राजभवन में शपथ ग्रहण समरोह की तैयारी पूरी है।   

    मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री कर चुके मंत्रियों और विभागों पर मंत्रणा

    आज-कल, आज-कल में टलते आ रहे मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मंगलवार सुबह करीब दस बजे मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच करीब एक घंटा बैठक चली। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी के बीच मंत्रियों के नाम और विभागों को लेकर सहमति बन गई है। भाजपा वित्त और उद्योग विभाग अपने पास रखेगी, जबकि कृषि, आबकारी एवं कराधान तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग जजपा को दिए जा सकते हैं। दुष्यंत चौटाला की सहमति के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पार्टी हाईकमान को भी इससे सूचित कर दिया है।

    इसके बाद तय हो गया कि दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की सहमति के बाद अब हरियाणा में किसी भी समय मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विभागों के बंटवारे और मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर चर्चा सार्थक रही है। उन्होंने कहा कि अगले 48 घंटे में हरियाणा में नई सरकार की तस्वीर साफ हो जाएगी।

    विभागों के बंटवारे पर फंसा रहा पेंच

    मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने 27 अक्टूबर को दीपावली के दिन शपथ ग्रहण की थी। मंत्रियों के नाम फाइनल और विभागों का बंटवारा नहीं होने से मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने स्तर पर फैसले ले रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि दुष्यंत चौटाला भाजपा से वित्त विभाग, कृषि, उद्योग, आबकारी एवं कराधान तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग मांग रहे थे। मुख्यमंत्री इससे सहमत नहीं थे। भाजपा हाईकमान भी वित्त विभाग और उद्योग महकमे को जजपा को देने के पक्ष में नहीं था। हाई कमान के निर्देश पर ही मुख्यमंत्री ने गुरु पर्व पर बैठक के लिए दुष्यंत चौटाला को अपने निवास पर बुलाया था ताकि सहमति बनाकर मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता साफ हो सके।

    13 को शपथ ग्रहण पर संघ और भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नहीं हुआ सहमत

    विभागों को लेकर पेच फंसा होने के कारण मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह लगातार टलता आ रहा है। राजभवन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पहले 13 नवंबर को मंत्रियों के शपथ ग्रहण की पूरी तैयारी थी, लेकिन अब इसे टालना पड़ रहा है। वजह यह कि संघ इस बात से सहमत नहीं था कि 13 नवंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाए। इसकी वजह 13 के अंक को अशुभ माना जाना है। मंगलवार को बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जब हाईकमान तथा संघ नेतृत्व से बात की तो उन्हें 13 नवंबर के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार करने की सलाह दी गई।

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    मंत्रिमंडल विस्तार में विलंब को विपक्ष बना रहा मुद्दा

    सरकार गठन के एक पखवाड़े बाद भी मंत्रियों की नियुक्ति नहीं होने को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है। सियासी गलियारों में चर्चाएं जोरों पर हैं कि भाजपा और जजपा के मंत्रियों की संख्या और विभागों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इसका खमियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है।

    जजपा कोटे से कितने मंत्री बनेंगे, दुष्यंत ने नहीं खोले पत्ते

    इससे पहले मंगलवार को मंत्रियों और विभागों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी के विधायकों की बैठक लेकर अगली रणनीति बनाई। हालांकि दुष्यंत ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं कि जजपा से कितने मंत्री बनेंगे और कौन-कौन विभाग पार्टी के हिस्से में आएंगे। मुख्यमंत्री निवास पर बैठक के बाद दुष्यंत चौटाला जैसे ही बाहर आए, पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया। जजपा से कितने मंत्री बनेंगे, इस  सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दो मंत्री बनें या ढाई, यह हमारा अंदरूनी मामला है। कितने निर्दलीय मंत्री बनेंगे, यह दोनों दल मिलकर तय करेंगे। मुख्यमंत्री के साथ विभागों के आवंटन पर चर्चा हुई है और 48 घंटे में सब कुछ आपके सामने होगा।

    इसके बाद दुष्यंत चौटाला सीधे अपनी पार्टी के विधायकों के बीच पहुंचे और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह की मौजूदगी में मंत्रियों और विबागों को लेकर चर्चा की। इस दौरान डिप्टी सीएम ने विधायकों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ हुई बैठक में उठे मुद्दों से अवगत कराया।

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    मुखिया और जिम्मेदारी के अभाव में बिगड़ी शासन व्यवस्था : सुरजेवाला

    कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश में चुनाव परिणाम घोषित हुए 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन भाजपा-जजपा शासन व्यवस्था पर ध्यान न देकर मंत्रियों के विभागों के बंटवारे में उलझे हैं। दोनों दलों को जनता की दुख-तकलीफ से कोई सरोकार नहीं है।

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    सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश में किसी विभाग का कोई मंत्री न होने से पूरी तरह से ऊहापोह की स्थिति है। जनता के काम अटके पड़े हैं और उनकी कोई सुनने वाला नहीं है क्योंकि अधिकारी भी अनिश्चितता के इस दौर में दैनिक कार्यों में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं। प्रदेश सरकार ने एक महीना केवल मंत्रियों के चयन, विभागों के बंटवारे में ही बिता दिया है।

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