सैमसंग के उत्तराधिकारी से 22 घंटे चली पूछताछ
घोटाले को लेकर राष्ट्रपति पार्क ग्यून हेई के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित हो चुका है।
सियोल, रायटर। सैमसंग समूह के उत्तराधिकारी ली जाय योंग से 22 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ चली। पूछताछ समाप्त होने के बाद योंग शुक्रवार सुबह दक्षिण कोरिया के विशेष अभियोजक के कार्यालय के बाहर आए। वह देश के चर्चित भ्रष्टाचार घोटाले में संदिग्ध हैं। इस घोटाले को लेकर राष्ट्रपति पार्क ग्यून हेई के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित हो चुका है। संविधान कोर्ट से महाभियोग सही ठहराए जाने के बाद राष्ट्रपति को पद छोड़ना पड़ेगा।
सैमसंग द्वारा एक कारोबार में पार्क की सहेली चोई सुन सिल के फाउंडेशन को 30 अरब वून (1,736,053,089 रुपये) देने की जांच की जा रही है। यह राशि सैमसंग से संबद्ध दो कंपनियों का 2015 में हुए विलय के लिए राष्ट्रीय पेंशन फंड का समर्थन हासिल करने के लिए दी गई थी। सिल इस घोटाले के केंद्र में हैं। उनपर बड़े कारोबारी घरानों से धन उगाही करने का आरोप है।
यह भी पढ़ें- पढ़िए बुश बहनों का ओबामा की बेटियों को लिखा भावुक खत
विशेष अभियोजक कार्यालय ने कहा है कि योंग की गिरफ्तारी वारंट हासिल करने के बारे में रविवार को फैसला लिया जाएगा। योंग दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी कंपनी के तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। उनसे दोबारा पूछताछ की कोई योजना नहीं है। कुछ संदेहों को योंग ने खारिज किया लेकिन अन्य को स्वीकार कर लिया। अभियोजक कार्यालय के प्रवक्ता ली क्यू चुल ने और कोई जानकारी देने से मना कर दिया। सैमसंग के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।