पढ़िए, क्या है नेपाल के लिए नया खतरा
बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ ने भूकंप से तबाह नेपाल में बीमारियों को लेकर आगाह किया है। यूनिसेफ के मुताबिक मानसून के ...और पढ़ें

लंदन । बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ ने भूकंप से तबाह नेपाल में बीमारियों को लेकर आगाह किया है। यूनिसेफ के मुताबिक मानसून के दौरान भूकंप प्रभावित इलाकों में बीमारियां फैल सकती हैं। चूंकि, नेपाल में मानसून आम तौर पर जून में आ जाता है और ऐसे में राहतकर्मियों के पास थोड़ा वक्त ही बचा है।
यूनीसेफ के अधिकारी रौनक खान ने बताया कि आने वाले बारिश के मौसम में नमी और कीचड़ बीमारियों को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। पीने के पानी का अभाव है और लाशें मलबे में दबी हैं जो बीमारियों का कारण बन सकती हैं।
इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि भूकंप प्रभावित इलाकों के कुछ अस्पताल पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक भूकंप प्रभावित इलाकों में चिकित्सा सामान की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में बारिश शुरू होने पर पेचिश को लेकर सावधान रहने को कहा गया है। हाल के वर्षों में नेपाल में पेचिश, श्वांस संबंधी रोग, चेचक और हैजा से जूझता रहा है। अभी जब लोग घर से बाहर खुले में और टेंटों में रह रहे हैं तो इनके महामारी का रूप लेने की आशंका जताई गई है।

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