आईएस ने ली नीस हमले की जिम्मेदारी, आतंकी ड्राइवर को बताया 'सिपाही'
नीस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। नेशनल डे के मौके पर हुए इस हमले में 84 लोगों की मौत हो गई थी और 200 के करीब लोग घायल हो गए थे।
पेरिस (रॉयटर)। फ्रांस के शहर में नीस में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। आईएस ने बयान जारी कर नीस के हमलावर ट्रक ड्राइवर को अपना सिपाही बताया है। बयान में कहा गया है कि फ्रांस समेत अन्य देशों के जवान लगातार आईएस के लड़ाकों पर बमबारी कर रहे हैं। यह हमला इसका ही एक जवाब है। यह बयान आईएस का समर्थन करने वाली समाचार एजेंसी 'अमाक' के जरिए सामने आया है। इस मामले में फ्रांस पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
आईएस के बयान के मुताबिक इस हमले को अंजााम देने वाले ट्रक ड्राइवर मोहम्मद लाहोएज बोहेल ने इसके लिए ट्रक को किराए पर लिया था। गौरतलब है कि नेशनल डे के मौके पर शुक्रवार रात को नीस में काफी संख्या में लोग जमा हुए थे। उसी वक्त हमलावर ने तेज स्पीड ट्रक से कई लोगों को कुचल दिया। इस हमले में 84 लोगों की मौत हो गई जबकि दो सौ के करीब लोग घायल भी हो गए। इस घटना के बाद राष्ट्रपति फ्रांसीस ओलांद ने नीस में आकर घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। फ्रांस ने इस हमले के बाद तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
नीस हमले में सामने आया आतंक फैलाने का नया जरिया
बीते 19 महीने में फ्रांस में यह तीसरा हमला है जिसकी जिम्मेदारी आइएस ने ली है। पिछले साल जनवरी में कार्टून पत्रिका शार्ली अब्दो और नवंबर में पेरिस में एक साथ कई जगहों पर हुए हमले के पीछे भी इसी संगठन का था। फ्रांस के अधिकारियों ने बताया कि वे आइएस के दावे की जांच कर रहे हैं। ट्यूनीशियाई मूल के 31 वर्षीय मुहमद लाहवाइज बहलोल की पूर्व पत्नी सहित चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं। अभियोजक फ्रांस्वा मोलिंस ने बताया कि बहलोल ने हमला अकेले अंजाम दिया या इसमें और लोग भी शामिल थे, इसकी जांच जारी है। राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने सुरक्षा प्रमुख और कैबिनेट सहयोगियों के साथ आपात बैठक के बाद मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। मृतकों की याद में शनिवार से फ्रांस तीन दिन का राष्ट्रीय शोक मना रहा है।
नीस हमलावर के तौर पर सिख की जाली तस्वीर फिर आई सामने
गौरतलब है कि गुरुवार की रात नीस में समंदर किनारे प्रोमेनादे देस एंगलेस सड़क आतिशबाजी देखने के लिए जुटी करीब 30 हजार लोगों की भीड़ पर बहलोल ने ट्रक चढ़ा दिया था। 25 टन वजनी सफेद ट्रक 90 किमी की रफ्तार से करीब दो किलोमीटर तक लोगों को कुचलते हुए दौड़ा। बाद में पुलिस ने हमलावर को मार गिराया था। ट्रक से बंदूकें और ग्रेनेड बरामद किए गए थे। हमले में 84 लोगों की मौत हो गई थी। 202 घायलों में से 50 जिंदगी और मौत के बीच हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।