Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'मैथ्यू' तूफान से हैती में 339 लोगों की मौत, फ्लोरिडा-जॉर्जिया में इमरजेंसी लागू

    By Abhishek Pratap SinghEdited By:
    Updated: Fri, 07 Oct 2016 09:55 AM (IST)

    कैरेबियन सागर में पिछले एक दशक में आये सबसे ताकतवार समुद्री तूफान ‘मैथ्यू’ ने हैती में तबाही मचाई है।

    वाशिंगटन (रॉयटर)। कैरेबियन सागर के पिछले एक दशक में आये सबसे ताकतवार समुद्री तूफान ‘मैथ्यू’ ने हैती को अपनी चपेट में ले लिया है। दक्षिणी इलाके में इस तूफान ने भारी तबाही मचाई है। अभी तक 339 लोगों की मौत हो गई और हजारों बेघर हो गए हैं। मैथ्यू तूफान केे खतरे से निपटने के लिए अमेरिका के फ्लोरिडा समेत जॉर्जिया में भी इमरजेंसी लगा दी गई है। अमेरिका में करीब 100 उड़ानों को रद कर दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फ्लोरिडा में इमरजेंसी

    तूफान के मद्देनजर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने फ्लोरिडा में गुरुवार को आपातकाल की घोषणा कर दी है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि यह तूफान वर्ग चार का है और संघीय आपातकाल प्रबंधन एजेंसी राहत कार्यों तथा उपायों में जुट गयी है।

    जानें, इस वर्ष अमेरिका में कब-कब आए वो बड़े तूफान

    तूफान की वजह से अमेरिका में सभी उड़ाने रद्द कर दी गई है। फ्लोरिडा के गवर्नर रिक स्कॉट ने लोगों को चेतावनी दी है कि यह तूफान सीधे तट से टकरा सकता है जो विध्वसंकारी साबित हो सकता है। तीनों ही प्रांतों में सड़कें पानी में डूब गयी हैं और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

    जानें अमेरिका में इस वर्ष कब-कब आए भीषण तूफान

    व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोस अर्नेस्ट ने तूफान प्रभावित स्थानीय निवासियों से स्थानीय सरकारों की चेतावनी के मद्देनजर जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों में पहुंचने की अपील की है।

    फ्लोरिडा के गवर्नर ने क्या कहा ?

    फ्लोरिडा के गवर्नर रिक स्कॉट ने मैथ्यू तूफान के प्रभाव में आने वाले राज्य के 15 लाख लोगों से इस तूफान को गंभीरता से लेने का आग्रह किया. उन्होंने इस तूफान से होने वाली संभावित विभिषिका को लेकर आशंका जताते हुए कहा, 'यह बहुत गंभीर है. यह तूफान आपको मार डालेगा. वक्त खत्म होता जा रहा है.'

    वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोस अर्नेस्ट ने तूफान प्रभावित स्थानीय निवासियों से स्थानीय सरकारों की चेतावनी के मद्देनजर जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों में पहुंचने की अपील की है। हैती के एक सरकारी अधिकारी ने संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों के साथ बैठक में बताया कि मैथ्यू से करीब 80 प्रतिशत घर ध्वस्त हो गए जिनमें सात लाख से ज्यादा आबादी रहती थी।

    हैती में राष्ट्रपति चुनाव स्थगित

    हैती में इस तूफान के कारण राष्ट्रपति चुनाव स्थगित हो गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह तूफान अब बहामास और फ्लोरिडा के पूर्वी तट की ओर मुड़ गया है। यह तूफान मंगलवार को क्यूबा और हैती के तट से टकराया और इस दौरान 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली और मूसलाधार बारिश हुई। यह तूफान वर्ग चार का है और इसके कल रात तक फ्लोरिडा में पहुंचने की पूरी संभावना है।

    पढ़ें- मैथ्यू तूफान का कहर, अमेरिका की तरफ बढ़ा

    हैती में 339 लोगों की मौत

    स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि हैती में तूफान की चपेट में आकर 339 लोगों की मौत हो गयी है और हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं। इसके अलावा बहुत से मकान तथा पेड़ प्रभावित हुये हैं। फ्लोरिडा, जार्जिया तथा दक्षिणी कैरोलिना ने विस्थापितों के लिये शिविर खोल दिये हैं और इसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंच भी रहे हैं।

    क्यों आते हैं तूफान ?

    समुद्री तूफानों की तीव्रता को पांच श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी में तूफानों में हवा की रफ्तार 90 से 125 किलोमीटर प्रति घंटा, पेड़ों और फसलों को कुछ नुकसान, घरों को कोई नुकसान नहीं होता है। दूसरी श्रेणी के तूफानों में तबाही करने वाली हवा 125 से 164 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है। पेड़ों और फसलों को अधिक नुकसान, बिजली ठप्प होना, और घरों पर असर पड़ता है।

    पढ़ें- ब्राजील में मिला सबसे बड़ेे डायनोसौर का जीवाश्म

    तीसरी श्रेणी के तूफानों में भारी तबाही करने वाली हवाएं 165 से 224 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है। इमारतों को थोड़ा नुकसान, पशुओं और फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। चौथी श्रेणी के तूफानों में रास्ते की कई चीजों को अपने चपेट में ले लेने वाली 225 से 279 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं चलती हैं। इसमें घरों और इमारतों को नुकसान जान-माल की हानि, बिजली का ठप्प पड़ जाना शामिल है। पांचवीं र्शेणी के तूफानों में सबसे ज्यादा नुकसान करने वाली 280 किलोमीटर प्रति घंटे से चलने वाली तेज हवाएं चलती हैं, जिससे धन जन की भारी तबाही होती है।