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नेपालः सुदूर इलाकों में नहीं पहुंचा है बचाव दल, बढ़ेगी मृतकों की संख्या

नेपाल में विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। रविवार को यह संख्या 7000 को पार कर गई। यह हाल तब है जब सुदूर इलाकों में राहत एवं बचाव दल पहुंच नहीं पाया है। इससे मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। उधर,

By Sudhir JhaEdited By: Published: Sun, 03 May 2015 06:15 PM (IST)Updated: Sun, 03 May 2015 06:48 PM (IST)
नेपालः सुदूर इलाकों में नहीं पहुंचा है बचाव दल, बढ़ेगी मृतकों की संख्या

काठमांडू । नेपाल में विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। रविवार को यह संख्या 7000 को पार कर गई। यह हाल तब है जब सुदूर इलाकों में राहत एवं बचाव दल पहुंच नहीं पाया है। इससे मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। उधर, काठमांडू हवाईअड्डे पर भारी विमानों के उतरने पर रोक लगा दी गई है।

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नेपाल के वित्त मंत्री आरएस महत ने कहा कि सुदूर इलाकों में राहत टीमों के पहुंचने के बाद मृतकों की संख्या काफी बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि उन इलाकों में काफी संख्या में घर ध्वस्त हो गए हैं। हमारी जानकारी में ऐसे गांव भी हैं जहां के सभी मकान नष्ट हो गए हैं। हम इन जगहों पर अभी पहुंच नहीं पाए हैं।


त्रासदी के बाद नेपाल को मदद पहुंचाने के लिए दुनिया भर से राहत आपूर्ति पहुंच रही है। लेकिन इस तरह की रिपोर्टें भी हैं कि राहत आपूर्ति को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोक लिया जा रहा है। रिपोर्टों में बताया गया है कि भारत के रास्ते नेपाल में दाखिल होने वाले राहत-सामग्री से लदे ट्रकों को कस्टम के अधिकारी आगे बढ़ने से रोक रहे हैं।

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त्रिभुवन हवाईअड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट की एकल रनवे की स्थिति को देखते हुए हवाईपट्टी पर भारी विमानों के उतरने पर रोक लगा दी गई है। इस बारे में एक नोटिस जारी किया गया है जिसके मुताबिक 196 टन से ज्यादा वजन वाले विमानों को काठमांडू हवाईअड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं होगी।'

उधर, नेपाल में अब भी जीवित लोगों के मिलने की आस में मलबों की खाक छान रहे बचावकर्मियों ने रविवार को पर्वतीय गांव स्याउली के पास से दो पुरुषों और एक महिला को जीवित निकाला। गत 25 अप्रैल को आये भूकंप में मरने वालों की संख्या 7000 को पार कर गई है।


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