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    मंगल की मिट्टी को धरती पर लाएगी नासा

    By Sachin BajpaiEdited By:
    Updated: Thu, 17 Sep 2015 06:17 PM (IST)

    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल की मिट्टी को धरती पर लाने के अभियान में जुटी है। वेबसाइट स्पेस डॉट कॉम ने नासा के अधिकारियों के हवाले से बताया कि लाल ग्रह पर जीवन के सुबूत तलाशने की दिशा में इस अहम अभियान की शुरुआत 2022 में हो सकती है।

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    वाशिंगटन । अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल की मिट्टी को धरती पर लाने के अभियान में जुटी है। वेबसाइट स्पेस डॉट कॉम ने नासा के अधिकारियों के हवाले से बताया कि लाल ग्रह पर जीवन के सुबूत तलाशने की दिशा में इस अहम अभियान की शुरुआत 2022 में हो सकती है।

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    'रेड ड्रैगन' नाम की इस परियोजना के लिए अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स द्वारा तैयार ड्रैगन कार्गो कैप्सूल यान का इस्तेमाल किया जाएगा। यह कैप्सूल यान लंबे सफर के बाद नासा के प्रस्तावित '2020 मार्स रोवर' के नजदीक उतरेगा। इस कैप्सूल यान में रोबोटिक भुजाओं और अतिरिक्त ईधन टैंक के अलावा मंगल पर जाने तथा वहां से धरती पर वापसी की व्यवस्था होगी। कैप्सूल यान रोबोटिक भुजाओं के जरिये मार्स रोवर द्वारा जुटाई गई मिट्टी को सुरक्षित रूप से धरती की ओर वापसी के लिए तैयार हिस्से में रखेगा। मंगल पर चल रहे कुछ अभियान वहां प्रचीन काल में जीवन की संभावना व्यक्त कर चुके हैं। नासा के यान क्यूरियोसिटी ने वहां मीथेन की उपस्थिति की पुष्टि की है। मीथेन गैस आमतौर पर जैविक क्रिया का संकेत मानी जाती है, जिससे मंगल पर प्राचीन काल में जीवन का अनुमान लगाया गया है।

    मंगल के यात्रियों के लिए 3डी प्रिंटेड आशियाना

    फ्रांस की एक कंपनी ने भविष्य में मंगल ग्रह पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को वहां 3डी प्रिंटर के जरिये आशियाना उपलब्ध कराने के प्रयोग को अंजाम दिया है। आशियाने की सबसे बड़ी खासियत होगी कि इसे मंगल पर ही उपलब्ध चीजों से बनाया जा सकेगा। छोटी झोपड़ी जैसे इस आशियाने को कंपनी ने एसफेरो नाम दिया है। इसका थोड़ा हिस्सा जमीन में घुसा होगा और इस तक पहुंचने के लिए एक लंबा गलियारा होगा।

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