आतंकवाद से पीड़ितों में अधिकतर संख्या मुस्लिमों की: बान की मून
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने कहा है कि विश्व भर में हो रही हिंसक आतंकी घटनाओं में सबसे ज्यादा पीड़ित मुसलवान हैं।

जेनेवा। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने कहा है कि विश्व भर में हो रही हिंसक आतंकी घटनाओं में सबसे ज्यादा पीड़ित मुसलवान हैं। उन्होंने कहा कि आतंकियों का उद्देश्य एक दूसरे के खिलाफ संघर्ष कर हमारी एकता को खत्म करना है। यूएन महासचिव ने जनवरी माह में संयुक्त राष्ट्र महासभा में आतंकवाद के खिलाफ लाए गए प्रस्तावों और सिफारिशों को रेखांकित करते हुए आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए वैश्विक साझेदारी पर बल दिया।
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इस्लामिक स्टेट (आईएस) और बोको हराम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हिंसक आतंकवाद की घटना के लिए किसी भी धर्म, क्षेत्र, राष्ट्रीयता या जातीय समूह में जगह नहीं हैं। उन्होंने जेनेवा सम्मेलन के दौरान हिंसक आतंकवाद की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहां कि आतंकी समुदायों का विभाजन करना चाहते हैं जिनका लक्ष्य एक भय का माहौल बनाना है। यूएन प्रमुख ने माना कि आतंकवाद यूएन और वैश्विक मानवाधिकारों के लिए एक चुनौती है।
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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि आतंकियों का प्रयास है कि सामूहिक वैश्विक शांति और सुरक्षा, सतत विकास, मानव अधिकारों के लिए किए जा रहे प्रयासों को कमजोर किया जा सके जिसका मुकाबला करने के लिए मानवीय सहायता कि जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से एक अंतरराष्ट्रीय खतरा है जिसका मुकाबला करने के लिए तत्काल अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत है।

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