आइएस का कलंक छुड़ाने के लिए ये क्या कर रहीं यजीदी लड़कियां?
आइएसआइएस के आतंकियों के कब्जे से छूटी यजीदी लड़कियों को इसके बाद भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। दरअसल, ऐसी हजारों लड़कियों को आइएस के लड़ाकों ने बंधक बना लिया था और उनका शारीरिक शोषण किया था। बाद में ये लड़कियों जैसे-तैसे आतंकियों के चंगुल से बच
इरबिल। आइएसआइएस के आतंकियों के कब्जे से छूटी यजीदी लड़कियों को इसके बाद भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। दरअसल, ऐसी हजारों लड़कियों को आइएस के लड़ाकों ने बंधक बना लिया था और उनका शारीरिक शोषण किया था। बाद में ये लड़कियों जैसे-तैसे आतंकियों के चंगुल से बच निकलीं और अब गैरकानूनी रूप से गर्भपात करवाना पड़ रहा है।
कुर्दीस्तान में गर्भपात की अनुमति नहीं है, लेकिन अब डॉक्टरों को भी कानून तोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। वहां शादी से पहले यौन संबंधों को पाप माना जाता है। इन लड़कियों को चिंता है कि यदि समाज को उनके गर्भवती होने के बारे में पता चलेगा तो उनको वहां से भी बेदखल कर दिया जाएगा।
सनडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ डॉक्टर गर्भपात करवाने और ऑपरेशन के जरिए लड़कियों का कौमार्य लौटाने के लिए तैयार हो गए हैं? जिन लड़कियों को इस दशा से गुजरना पड़ रहा है, उनमें कुछ तो महज आठ साल की हैं।
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मालूम हो, पिछले साल गर्मियों में आइएस के लड़ाकों ने यजीदी इलाकों पर हमले कर चालीस हजार से अधिक लड़कियों को अपने कब्जे में ले लिया था। अब जो लड़कियां भाग कर बच निकलने में कामयाब रही हैं, उन्हें अपने समाज की धार्मिक पाबंदियों का सामना करना पड़ रहा है।
[साभार: नई दुनिया]
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