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रेडियो ईरान का दावा, मारा गया आइएस सरगना अल बगदादी

आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) के प्रमुख अबू बकर अल बगदादी की मौत हो गई है। रेडियो ईरान ने यह दावा किया है। उसके हवाले से ऑल इंडिया रेडियो (एआइआर) ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'आइएसआइएस का मुखिया बगदादी मारा गया है।' पिछले हफ्ते गार्डियन अखबार

By Sudhir JhaEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2015 02:38 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2015 11:36 PM (IST)
रेडियो ईरान का दावा, मारा गया आइएस सरगना अल बगदादी

तेहरान। आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) के प्रमुख अबू बकर अल बगदादी की मौत हो गई है। रेडियो ईरान ने यह दावा किया है। उसके हवाले से ऑल इंडिया रेडियो (एआइआर) ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'आइएसआइएस का मुखिया बगदादी मारा गया है।'

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पिछले हफ्ते गार्डियन अखबार ने दावा किया था कि 44 वर्षीय स्वयंभू खलीफा बगदादी अमेरिकी नेतृत्व वाले हवाई हमले में बुरी तरह घायल हो गया है। हालांकि, अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने इसकी पुष्टि नहीं की थी। इराकी अधिकारी हिसम अल हाशमी ने अखबार को बताया था कि 18 मार्च को अल बाज के नजदीक उम्म अल रोस गांव में हुए हमले में बगदादी घायल हो गया था। बताया जाता है कि मोसुल से 200 मील दूर पश्चिम में स्थित अल-बाज में बगदादी अपना ज्यादातर समय बिता रहा था।

पहले भी आ चुकी है मरने की खबर

इससे पहले भी कई बार बगदादी के घायल और एक बार मरने की खबर आ चुकी है। सात नवंबर 2014 को इराक के मोसुल में हवाई हमले में उसके मारे जाने की खबर आई थी। 13 नवंबर 2014 को आइएस ने बगदादी का 17 मिनट का ऑडियो टेप जारी कर इसका खंडन किया था।

परिवार

बगदादी की तीन बीवियां हैं। इनमें दो इराकी और एक सीरियाई हैं। दो बच्चे हैं। बेटे की उम्र 12 साल और बेटी पांच से सात साल के बीच की है।

फुटबाल खिलाड़ी

इस्लाम के प्रति नरम रवैया रखने वाले एक सूफी परिवार में उसका जन्म हुआ। पूरा नाम इब्राहिम अव्वद इब्राहिम अली अल बदरी अल समारी था। 1990 के दशक में वह एक मस्जिद की टीम के लिए फुटबाल खेलता था। बगदाद यूनिवर्सिटी से उसने इस्लामी इतिहास में पीएचडी की थी।

पांच साल रहा बंदी

2003 में इराक पर अमेरिकी हमले के बाद वह अल-कायदा के सपंर्क में आया। अमेरिका और इराक की सेना ने उसे 2004 में फलुज्जाह के पास से पकड़ा था। फरवरी 2004 से 2009 तक वह बुका सैन्य शिविर में बंदी रहा। 2009 में शिविर बंद होने के बाद उसे छोड़ दिया गया। अमेरिका शुरुआत में उसे गंभीर खतरा नहीं मानता था। इसके बाद दो दिसंबर 2012 को इराकी सेना ने दो महीने के अभियान के बाद उसे बगदाद से पकडऩे का दावा किया। सात दिसंबर 2012 को इराक के गृह मंत्री ने बताया कि पकड़ा गया आतंकी बगदादी नहीं है।

63 करोड़ का इनामी

अमेरिका ने चार अक्टूबर 2011 को उसे वैश्विक आतंकी घोषित करते हुए एक करोड़ डॉलर (करीब 63 करोड) का इनाम घोषित किया। उससे ज्यादा इनाम अमेरिका ने केवल अल-कायदा प्रमुख अल जवाहिरी पर घोषित कर रखा है।

केवल दो तस्वीरें

ओसामा बिन लादेन और आयमन अल जवाहिरी के विपरीत बगदादी की सिर्फ दो ही तस्वीरें दुनिया के सामने है। उसके बारे में कहा जाता था कि आइएस के कई कमांडरों ने भी उसे ठीक से नहीं देखा है। वह हमेशा ध्वनि संदेशों के माध्यम से ही बात करता था।

एक नजर

-1971 में इराक के समारा में पैदा हुआ।

-16 मई 2010 को आइएस प्रमुख बना।

-29 जून 2014 को खलीफा घोषित।

-2014 में फोर्ब्स ने दुनिया के सर्वाधिक ताकतवर सौ लोगों की सूची में जगह दी।

पढ़ेंः अल बगदादी अमेरिका का दुश्मन नंबर वन

पढेंः आइएस सरगना बगदादी हवाई हमले में गंभीर रूप से घायल


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