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    पाकिस्‍तान नेवी के पांच अधिकारियों को कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा

    By Kamal VermaEdited By:
    Updated: Tue, 24 May 2016 06:57 PM (IST)

    पाकिस्‍तान नेवी के पांच अधिकारियों को कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है। यह अपने ही जहाज का अपहरण कर अमेरिकी जहाजों पर हमला करने की साजिश रच रहे थे।

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    इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक अदालत ने आज पाकिस्तान नौसेना के पांच अफसरों को मौत की सजा सुनाई है। आतंकवादी संगठन आईएस से इनका संबंध साबित होने के बाद कोर्ट ने इन्हें यह सजा सुनाई है। जांच में पता चला कि आईएस आतंकी एक पाकिस्तानी युद्धपोत का अपहरण करके उससे अमेरिकी जहाजों पर हमला करने की साजिश रच रहे थे। इस साजिश में नौसेना के ये पांच अफसर भी शामिल थे।

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    सब-लेफ्टिनेंट हमाद अहमद और चार अन्य अधिकारियों को एक नेवी ट्राइब्यूनल ने दोषी पाया है। ये लोग 6 सितंबर 2014 को कराची के नेवल डॉकयार्ड पर हुए हमले के आरोपी थे। पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक हमाद के पिता भी आर्मी से रिटायर्ड हैं। उनका नाम मेजर सईद अहमद है। उन्होंने बताया कि पाचों पर इस्लामिक आतंकवादी संगठन आईएस से संबंध होने, बगावत, साजिश रचने और डॉकयार्ड पर हथियार ले जाने के आरोप थे।

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    मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हमलावर पाकिस्तानी युद्धपोत पीएनएस जुल्फिकार का अपहरण करने की साजिश रच रहे थे। इन लोगों की योजना थी कि इस युद्धपोत से अमेरिकी रीफ्यूल जहाजों पर हमला किया जाएगा। 2014 के हमले में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था और चार को पकड़ लिया था।

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    अखबार के अनुसार, हमलावरों ने अमेरिकी नौसेना के रीफ्यूल जहाज पर हमले के इरादे से युद्धपोत पीएनएस जुल्फिकार को हाइजैक करने की साजिश रची थी। हमले के दौरान सुरक्षा कर्मियों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था और चार को गिरफ्तार कर लिया गया था। रिटायर्ड मेजर ने बताया कि उन्हें सजा की जानकारी उस समय मिली जब वह कराची में अपने बेटे और उसके चार साथियों से मिले। नौसेना अदालत ने 12 अप्रैल को सुनवाई खत्म की और 14 अप्रैल को सजा सुनाई। मेजर सईद ने कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ नौसेना की अपीलीय अदालत में जाएंगे।

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