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    साइना के बाद श्रीकांत ने भी देश को द‍िया जीत का तोहफा

    By Sumit KumarEdited By:
    Updated: Mon, 30 Mar 2015 09:18 AM (IST)

    दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी का ताज अपने सिर सजाने के एक दिन बाद साइना नेहवाल ने अपने मुकुट में एक और नगीना जड़ लिया। वहीं, पुरुष वर्ग में भारत के किदांबी श्रीकांत चैंपियन बने।

    नई दिल्ली। दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी का ताज अपने सिर सजाने के एक दिन बाद साइना नेहवाल ने अपने मुकुट में एक और नगीना जड़ लिया। भारतीय स्टार साइना ने रविवार को पहली बार इंडिया ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन का खिताब जीतकर एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया। वहीं, पुरुष वर्ग में भारत के किदांबी श्रीकांत चैंपियन बने।

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    भारतीय खिलाड़ी ने फाइनल मुकाबले में पूर्व विश्व चैंपियन थाइलैंड की रातनचोक इंतानोन को 21-16, 21-14 से पराजित कर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। साइना इंडिया ओपन सुपर सीरीज जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। साइना ने शनिवार को जापान की हाशिमोतो को सीधे गेम में हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।

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    पुरुष वर्ग में दुनिया के चौथे वरीय भारतीय खिलाड़ी श्रीकांत ने फाइनल में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन को 18-21, 21-13, 21-12 से पराजित कर पहली बार यह खिताब अपने नाम किया। 22 वर्षीय श्रीकांत ने 55 मिनट में यह मुकाबला जीत लिया।

    श्रीकांत ने साल की शुरुआत में स्विस ओपन फाइनल में भी विक्टर को हराकर खिताब जीता था। ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना का अपनी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ रिकॉर्ड इससे पहले 5-3 का था और रविवार को उन्हें किसी तरह की चुनौती का सामना भी नहीं करना पड़ा, क्योंकि वह इंतानोन के भ्रमित करने वाले खेल के लिए तैयार थीं। उन्होंने अपने बेहतर मूवमेंट और सटीक स्मैश से अपनी प्रतिद्वंद्वी को हताश किया और सत्र का दूसरा खिताब जीता।

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    चाइना ओपन का खिताब जीतने के बाद शानदार फॉर्म में चल रही साइना ने अपनी प्रतिद्वंद्वी की हर चाल को अच्छी तरह से भांप लिया। तीसरी वरीयता प्राप्त इंतानोन शनिवार को स्पेन की कैरोलिन मारिन के खिलाफ मैराथन सेमीफाइनल से थकी हुई थी, जिसका प्रभाव उनके खेल पर दिखा। इससे उनके मूवमेंट धीमे पड़ गए थे। यह साल साइना के लिए काफी अच्छा रहा। साइना ने सत्र की शुरुआत जनवरी सैयद मोदी ग्रां प्रि गोल्ड का खिताब जीतकर की थी। इसके बाद ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी।

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