OMG! ड्राइ स्टेट में शराब पीकर टल्ली हुईं बकरियां
क्या कोई बकरी शराब पी सकती है। हैरान हो गए। यह हवा हवाई सवाल नहीं है बल्कि ये उस राज्य की खबर है जहां से महात्मा गांधी जी आते हैं और उस प्रदेश में शराब पर बैन लगा हुआ है। ये गुजरात के मेहसाणा जिले का सच है। यहां करीब
अहमदाबाद। क्या कोई बकरी शराब पी सकती है। हैरान हो गए। यह हवा हवाई सवाल नहीं है बल्कि ये उस राज्य की खबर है जहां से महात्मा गांधी जी आते हैं और उस प्रदेश में शराब पर बैन लगा हुआ है। ये गुजरात के मेहसाणा जिले का सच है। यहां करीब 40 बकरियों ने शराब पी ली। हालत बिगड़ने पर सभी को वेटेनरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह वाकया मेहसाणा जिले के खेरालु गांव के रमेश पाटनी की बकरियों के साथ हुआ। बकौल रमेश मंगलवार शाम जब वो अपनी बकरियों को चराने के बाद वापस लाए, तो उन्हें उनका व्यवहार बदला हुआ सा लगा। लगभग सभी बकरियां लड़खड़ा रही थीं और एक-एक करके वो सभी बेहोश होने लगीं।
बकरियों को कैसे मिली शराब
दरअसल गांव के पास ही जिला पुलिस बल ने 11500 शराब की बोतलों को नष्ट किया था। पुलिस के अनुसार सारी शराब अवैध थी और नियमानुसार उसे एसडीएम और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में रोड रोलर से नष्ट कर दिया था। बोतलों से बही करीब 60 प्रतिशत शराब तो जमीन ने सोख लिया। बची शराब को वहां चर रही बकरियों ने पी लिया।
मुश्किल से पहुंचाया अस्पताल
रमेश पाटनी ने बताया कि मंगलवार रात से उसकी बकरियों की हालत खराब थी। उसने सभी को बाड़े में बंद किया और अगले अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगा। इस मशक्कत में पूरा एक दिन खर्च हो गया और वह किसी तरह सभी बकरियों को हाथ ठेले पर रखकर वेटेनरी अस्पताल तक ले गया।
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि जहां, उन्होंने शराब नष्ट की थी, वह स्थान वीरान था। उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि शराब सूखने में इतना समय लग जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कुछ महीनों पहले अहमदाबाद के नजदीक के एक गांव में भी इसी तरह का वाकया सामने आया था। उस समय नष्ट की गई शराब को गायों ने पी लिया था।
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