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    पेट्रोलियम मंत्री के फोन पर वीआइपी छोड़ रहे गैस सब्सिडी

    By anand rajEdited By:
    Updated: Sun, 11 Jan 2015 11:19 AM (IST)

    पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने अनूठा अभियान शुरू किया है। वह रोज एक वीआइपी को फोन कर उनसे सब्सिडी वाला सिलेंडर छोड़ने का आग्रह करते हैं। पेट्रोलियम सब्सिडी को घटाने के मकसद से प्रधान ने यह मुहिम शुरू की है। उनके फोन कॉल पर ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने

    नई दिल्ली। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने अनूठा अभियान शुरू किया है। वह रोज एक वीआइपी को फोन कर उनसे सब्सिडी वाला सिलेंडर छोड़ने का आग्रह करते हैं। पेट्रोलियम सब्सिडी को घटाने के मकसद से प्रधान ने यह मुहिम शुरू की है। उनके फोन कॉल पर ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सस्ता गैस सिलेंडर लेना बंद कर दिया।

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    शनिवार को कोयला मंत्री पीयूष गोयल और अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने भी स्वेच्छा से ऐसा किया। प्रधान ने इसी दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को फोन कर सब्सिडी वाला सिलेंडर छोड़ने का आग्रह किया। प्रधान चाहते हैं कि सब्सिडीयुक्त ईंधन सिर्फ जरूरतमंदों को ही मिले। खुद उन्होंने मंत्री बनते ही सब्सिडी वाला एलपीजी कनेक्शन छोड़ दिया था। तब से वह बाजार दर पर गैस खरीद रहे हैं। प्रधान ने कहा कि उनका मानना है कि अमीर और सुविधा-संपन्न लोग जो बाजार मूल्य पर एलपीजी खरीद सकते हैं, उन्हें स्वेच्छा से सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर लेने बंद कर देने चाहिए।

    कई राजनेताओं और नौकरशाहों ने सब्सिडीयुक्त एलपीजी सिलेंडर का उपयोग बंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि वह निजी तौर पर रोजाना एक विशिष्ट व्यक्ति को ऐसा करने के लिए आग्रह करते हैं। अभी उपभोक्ताओं को साल में 14.2 किलो के सब्सिडी वाले 12 गैस सिलेंडर मिलते हैं। बड़े सिलेंडर के स्थान पर वे पांच किलो वाले 34 सिलेंडर भी सस्ती दर पर ले सकते हैं।

    दिल्ली में सब्सिडी वाला 14.2 किलो का सिलेंडर फिलहाल 417 रुपये में उपलब्ध है। जबकि पांच किलो के छोटे सिलेंडर की कीमत 155 रुपये है। इसके उलट 14.2 किलो वाले सिलेंडर का बाजार मूल्य 708.50 रुपये और पांच किलो के सिलेंडर का दाम 351 रुपये है। इस तरह सब्सिडी वाला सिलेंडर छोड़ने से सरकार का सब्सिडी बिल घटता है। बीते वित्त वर्ष में सरकार का सब्सिडी बिल 46,458 करोड़ रुपये था।

    प्रधान ने सांसदों, विधायकों, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के एक्जीक्यूटिव से एक बार फिर सब्सिडी छोड़ने की अपील की। सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने मौजूदा एलपीजी ग्राहकों को सब्सिडी वाले गैस कनेक्शन को बिना सब्सिडी वाले कनेक्शन में तब्दील करने का विकल्प दिया है। गैस सिलेंडर वितरक को या इंटरनेट के जरिये ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉट मायएलपीजी डॉट इन’ पर लिखित आग्रह भेजकर सब्सिडी वाला सिलेंडर छोड़ा जा सकता है।

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