नेपाल के मंदिरों को गोद लेने की तोगडि़या ने की अपील
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगडि़या ने बुधवार को पटना से नेपाल के भूकंप पीडि़तों के लिए सहायता की पहली खेप रवाना की। इनमें तिरपाल, टॉर्च, कंबल के साथ ही भोजन सामग्री भी शामिल थी। गुरुवार को गोरखपुर, मंुबई तथा दिल्ली आदि जगहों से भी राहत सामग्री
पटना [जागरण ब्यूरो]। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगडि़या ने बुधवार को पटना से नेपाल के भूकंप पीडि़तों के लिए सहायता की पहली खेप रवाना की। इनमें तिरपाल, टॉर्च, कंबल के साथ ही भोजन सामग्री भी शामिल थी। गुरुवार को गोरखपुर, मुंबई तथा दिल्ली आदि जगहों से भी राहत सामग्री रवाना की जाएगी। तोगडि़या ने भारत के सभी बड़े मंदिर प्रबंधन से नेपाल में क्षतिग्रस्त हुए एक-एक मंदिर को गोद लेने की अपील की है।
विहिप अध्यक्ष ने संगठन के नेपाल समन्वयक स्नेहपाल का नंबर (009779817853919) जारी करते हुए कहा कि जो भी आपदा प्रभावितों को मदद पहुंचाना चाहता है वह इनकी मदद ले सकता है। नेपाल में संगठन का अपना नेटवर्क है। राहत वितरण में इसकी मदद ली जाएगी। विहिप आपदा में अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा की पूरी व्यवस्था करेगा। साथ ही भूकंप में क्षतिग्रस्त हुए मंदिरों की मरम्मत की भी व्यवस्था की जाएगी।
तोगडि़या ने लोगों से अपना एक दिन का वेतन भूकंप पीडि़तों के सहायतार्थ देने की अपील भी की। उन्होंने बताया कि संगठन की तरफ से आपदा प्रभावित इलाकों में डॉक्टरों का दल भेजा जा रहा है। आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त मात्रा में तमाम जरूरी दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। तोगडि़या के मुताबिक आपदा में नेपाल के दो सौ से ज्यादा मंदिर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनकी मरम्मत और इन्हें पुराने स्वरूप में लाने के लिए भारत के सभी बड़े मंदिरों के प्रबंधन से नेपाल के एक-एक मंदिर को गोद लेने की अपील की गई है।
अपनों की मदद को आगे आया अलीगढ़
नेपाल त्रासदी में मदद के लिए अलीगढ़ भी आगे आया है। स्पाइडर मेटल प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आरके अग्रवाल की अगुवाई में मंगलवार रात के तालानगरी औद्योगिक क्षेत्र से खाद्य सामग्री लेकर काफिला रवाना हुआ। अग्रवाल के बेटे शोभित अग्रवाल ने बताया कि दर्जनभर लोगों का काफिला गेहूं, आलू, चावल, बिस्कुट, पानी की बोतलें, दवाएं, रजाइयां, कपड़े व अन्य खाद्य पदार्थ लेकर नेपाल रवाना हुआ। बुधवार शाम सोनौली बॉर्डर पर काफिला पहुंच गया है।
उधर, मंडी परिषद के अधिकारी व कर्मचारी भी आगे आए हैं। उन्होंने भी एक मिनी ट्रक खाद्य सामग्री भेजी है। बुधवार सुबह मंडलायुक्त चंद्रकांत ने 120 क्विंटल खाद्य सामग्री से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मंडल भर से मंडी कर्मचारियों ने अपने वेतन से दो लाख रुपये नकद भी दिए हैं।