चुनाव आयोग से बोले उद्धव ठाकरे- पीएम और सीएम की रैलियों पर लगे बैन
ठाकरे ने सत्तारूढ़ दलों के पदाधिकारियों पर बाद में चुनावी वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।
मुंबई,पीटीआई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को चुनाव आयोग से आग्रह किया कि विभिन्न राजनीतिक दलों को एक समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्रियों की चुनाव प्रचार रैलियों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
पनवेल नगर निगम चुनावों की तैयारी को लेकर आयोजित पार्टी की एक रैली में ठाकरे ने कहा, 'पीएम और सीएम चुनाव रैलियों को संबोधित करते हुए सभी प्रकार की घोषणाएं करते हैं। जब सत्तारूढ़ पार्टी वादे करती है, तो यह अन्य पार्टी के नेताओं के दिए गए आश्वासनों की तुलना में उनकी बात लोगों के दिमागों पर भारी पड़ती है।
शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने कहा कि कल्याण-डोंबिवली नगर निगम के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडवणीस ने 6,500 करोड़ रुपये और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी, लेकिन चुनावों के बाद एक भी रुपया नहीं दिया गया।
ठाकरे ने कहा कि अब एक ताजा खबर है कि एक और भारतीय को गिरफ्तार कर लिया गया है ... फिर से झूठे मामले दर्ज किए जाएंगे और उन्हें फांसी दी जाएगी। पाकिस्तान आपसे डरा क्यों नहीं? प्रधानमंत्री को यह सोचना चाहिए कि कैसे अपनी पार्टी को मजबूत करने की जगह देश को सशक्त बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि उसी प्रकार मुख्यमंत्री को हर चौक-चौराहों पर जाकर चुनावी रैली करने की बजाय किसानों की स्थिति और सूबे की कानून-व्यवस्था में सुधार के बारे में विचार करना चाहिए।
ईवीएम को हैक करने के लिए पार्टियों को चुनौती दिए जाने को लेकर चुनाव आयोग को आड़े हाथ लेते हुए ठाकरे ने कहा कि यदि पार्टियां EVM हैक करने में सक्षम होती तो वे चुनाव प्रचार नहीं करती।
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