विशेष दर्जा: पार्रिकर ने विधायकों के सामूहिक त्यागपत्र की सलाह ठुकराई
गोवा के निर्दलीय विधायक विजय सरदेसाई ने राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर सभी 40 विधायकों के सामूहिक त्यागपत्र की सलाह दी जिसे मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने ठुकरा दिया। मामले पर विधानसभा में भाजपा विधायक प्रमोद सावंत द्वारा लाए गएध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सरदेसाई ने सभी विधायकों के इस्तीफे
पणजी। गोवा के निर्दलीय विधायक विजय सरदेसाई ने राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर सभी 40 विधायकों के सामूहिक त्यागपत्र की सलाह दी जिसे मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने ठुकरा दिया।
मामले पर विधानसभा में भाजपा विधायक प्रमोद सावंत द्वारा लाए गएध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सरदेसाई ने सभी विधायकों के इस्तीफे की सलाह दी जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सरदेसाई की सलाह से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं। यह आत्मघाती कदम होगा। हमें सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। हमें विशेष दर्जा अवश्य मिलेगा।
चर्चा में भाग लेते हुए सरदेसाई ने कहा कि सभी 40 विधायकों को सामूहिक त्यागपत्र दे देना चाहिए जिससे संवैधानिक गतिरोध उत्पन्न होगा और केंद्र को हमारी मांग स्वीकार करनी पड़ेगी। सरदेसाई का मत था कि राज्य में फिर से चुनाव होने दिया जाए और हम इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ें।
पूर्व में केंद्र सरकार ने विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को ठुकरा दिया था जिसके बाद शुक्रवार को विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया। केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कहा था कि ऐसी मांगें न्यायोचित नहीं हैं।
मुख्यमंत्री पार्रिकर ने कहा कि केंद्र का राज्यसभा में यह रुख पूर्व की राज्य सरकार द्वारा भेजे गए अस्पष्ट प्रस्ताव के संदर्भ में था। उन्होंने कहा कि एक नया विस्तृत एवं स्पष्ट प्रस्ताव सितंबर में केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें वित्तीय विशेष दर्जा नहीं चाहिए। हम अपनी संस्कृति, पहचान और भूमि को संरक्षित करने के लिए विशेष दर्जा चाहते हैं।
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