बड़े बदलाव को तैयार नहीं कांग्रेस की राज्य इकाइयां
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की आमूल-चूल बदलाव की योजना से सभी राज्यों के कांग्रेस संगठन में खलबली है। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष को सभी राज्यों की तरफ से भेजी गई रिपोर्ट में बदलावों को एक प्रक्रिया के तहत लागू करने की सिफारिश की गई है। ज्यादातर राज्यों ने सलाह
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की आमूल-चूल बदलाव की योजना से सभी राज्यों के कांग्रेस संगठन में खलबली है। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष को सभी राज्यों की तरफ से भेजी गई रिपोर्ट में बदलावों को एक प्रक्रिया के तहत लागू करने की सिफारिश की गई है। ज्यादातर राज्यों ने सलाह दी है कि पार्टी को अभी बड़े बदलावों से बचना चाहिए। राज्य इकाइयों ने पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को दूर करने पर जोर दिया है। उधर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी अवकाश से और मजबूत होकर लौटेंगे।
कांग्रेस ने पुनर्जीवन के लिए सभी राज्यों की कांग्रेस इकाइयों से प्रस्ताव मांगे थे। 28 फरवरी तक की मियाद थी। सभी राज्यों ने इस बारे में सुझाव भेज दिए हैं। इन सुझावों का पुलिंदा राहुल तक तो पहुंचा ही है, कांग्रेस के अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष और इन दिनों राहुल के खास के. राजू ने शनिवार को इन सुझावों को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक भी पहुंचा दिया है।
तमाम राज्यों से कई तरह के सुझाव हैं, लेकिन ज्यादातर ने एक सुर से पार्टी में बड़े बदलावों से बचने की सलाह दी है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य इकाइयों ने सबसे ज्यादा जोर पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को दूर करने पर दिया है। कहा गया है कि पार्टी एकजुट होकर सामूहिक नेतृत्व में आगे बढ़े। नीचे ऐसा कोई संदेश न जाए कि एक तबका हतोत्साहित हो जाए।
दरअसल, पुराने और नए के बीच खाई लगातार गहराती जा रही है और ऐसे में कोई बड़ा परिवर्तन होता है तो पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर इकाइयां राहुल गांधी के कामराज प्लान को अमल में लाकर पूरा नया संगठन खड़ा करने की सोच से आशंकित हैं। उनका मानना है कि पार्टी अभी बड़े परिवर्तन के लिए तैयार नहीं है। यदि अभी ऐसा कोई परिवर्तन होता है तो नतीजे सकारात्मक नहीं होंगे।
इस तरह से राज्यों ने आलाकमान को यह जता दिया है कि पुराने लोगों को पूरी तरह किनारे किए जाने से नए लोग न तो संगठन खड़ा कर पाएंगे, बल्कि पार्टी में टूट का खतरा भी हो सकता है। कांग्रेस उपाध्यक्ष के छुट्टी पर जाने का एंटनी ने किया बचाव
और मजबूत होकर लौटेंगे राहुल
संसद के बजट सत्र से पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अचानक छुट्टी पर चले जाने का पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने भी बचाव किया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि राहुल अवकाश से और मजबूत होकर लौटेंगे तथा पार्टी को नई ऊर्जा के साथ प्रभावी तरीके से नेतृत्व प्रदान करेंगे। एंटनी तिरुअनंतपुरम में कांग्रेस के एक समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की मौजूदगी से जो लोग परेशान रहते थे, वे ही उनके छुट्टी लेने पर अनावश्यक विवाद खड़ा कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य एंटनी के अनुसार उन्हें विश्वास है कि राहुल गांधी पार्टी को मजबूत करने में सक्षम हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी फिर से वापसी करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि मोदी सबको साथ लेकर चलने में सक्षम नहीं हैं। हालांकि वह हमेशा इसी की बात करते हैं। ध्यान रहे कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के बाद राहुल गांधी कुछ सप्ताह की छुट्टी पर गए हैं। इसके चलते उनकी भविष्य की योजनाओं को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।
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