कांग्रेस ने जारी की सभी 90 उम्मीदवारों की सूची, हुड्डा के खिलाफ बगावती सुर
लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने मंगलवार रात सभी
चंडीगढ़। लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने मंगलवार रात सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। टिकट वितरण में पूरी तरह से मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की चली। इसके खिलाफ बगावत के सुर भी उभरने शुरू हो गए हैं। कांग्रेस ने पार्टी के कई पुराने विधायकों पर दोबारा दांव खेला है। वहीं, हजकां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों को भी पार्टी ने टिकट दिया है। सीडी कांड में फंसे मंत्री व विधायकों के साथ-साथ युवक कांग्रेस के कई नेताओं को प्रत्याशी बनाया गया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने बुधवार रात दिल्ली में पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी की। टिकट वितरण में मुख्यमंत्री की चलने से नाराज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक का बायकाट किया। इससे पहले स्क्रीनिंग कमेटी व केंद्रीय चुनाव समिति की कई बार बैठकें हुईं जिनमें पार्टी उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बनाई गई।
मुख्यमंत्री ने जिन उम्मीदवारों के नामों की पैरवी की, उनके नाम पैनल में थे। कांग्रेस ने पार्टी नेताओं के परिजनों को भी टिकट दिए हैं। वित्त मंत्री एचएस चट्ठा के बेटे मनदीप सिंह को पेहवा से टिकट दिया है। सीडी कांड में फंस चुके रामनिवास घोड़ेला को उनके पुराने हलके बरवाला से टिकट मिला है। उकलाना हलके से सीडी कांड में फंसे नरेश सेलवाल को पार्टी ने दोबारा प्रत्याशी बनाया है।
जरनैल सिंह को रतिया का टिकट दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र को नारनौल से टिकट दिया गया है। मुख्य संसदीय सचिव रह चुके रामकिशन फौजी को बवानीखेड़ा से दोबारा टिकट दिया गया है। हथीन से मुख्य संसदीय सचिव जलेब खान को टिकट दिया गया है। उनके बेटे सीडी कांड में फंसे थे। कांग्रेस ने पूर्व परिवहन मंत्री व करनाल के पूर्व सरपंच कर्म सिंह हत्याकांड के आरोपी ओमप्रकाश जैन व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव जिले राम शर्मा के टिकट काट दिए हैं।
हरियाणा की सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले चटठा इस बार चुनाव मैदान से अलग हो गए हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष फूलचंद मुलाना भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। पार्टी ने उनके बेटे वरुण चौधरी को मुलाना हलके से टिकट दिया है। करनाल की विधायक सुमिता सिंह का हलका बदल दिया गया है। पार्टी ने उन्हें सिख बाहुल्य असंध हलके से चुनाव मैदान में उतारा है।
करनाल से मुख्यमंत्री के विश्वासपात्र सुरेंद्र सिंह नरवाल चुनाव लड़ेंगे। हजकां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए धर्म सिंह छौकर को समालखा से ही टिकट दिया गया है। सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान को उनके पुराने हलके दादरी से प्रत्याशी बनाया गया है। मुख्य संसदीय सचिव विनोद भ्याणा को हांसी हलके से टिकट दिया गया है। भ्याना हजकां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे और सीडी कांड में शामिल थे।
प्रदेश के संसदीय कार्य एवं उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला को कैथल से, शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल को झज्जर से, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा को गन्नौर से, कृषि मंत्री परमवीर सिंह को टोहाना से, शहरी निकाय मंत्री सावित्री जिंदल को हिसार से, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण चौधरी को तोशाम और सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव को रेवाड़ी, परिवहन मंत्री आफताब अहमद को नूंह से टिकट दिए गए हैं।
कांग्रेस ने राज्यसभा सदस्य कुमारी सैलजा के समर्थक दोनों विधायकों राजपाल भूखड़ी को सढ़ौरा से और नरेश सेलवाल को उकलाना से टिकट दिए हैं।
बसपा ने घोषित किए 11 और प्रत्याशी
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने और 11 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में फरीदाबाद जिले की बल्लभगढ़ सीट से पार्षद धीरेंद्र प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश सारन ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसी के साथ ही तीन विधानसभा क्षेत्रों- दादरी, बवानीखेड़ा (सुरक्षित) और बरोदा के प्रत्याशियों को बदल दिया है। दादरी से अब विनोद कौशिक, बवानीखेड़ा (सुरक्षित) से महेंद्र सिंह, बरोदा से देवेंद्र शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।