15 फीसद मंहगा हुआ क्रूड, 3 रुपये तक बढ़ सकते हैं पेट्रोल और डीजल के दाम
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने अगले महीने से उत्पादन घटाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और तेल उत्पादक देशों (ओपेक) द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के फैसले को देखते हुए भारत में पेट्रोल डीजल के दामों में एक बार फिर बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुतबाकि, ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में जनवरी के मुकाबले दो गुना तक बढ़ चुकी हैं। बीते साल जनवरी में एक बेरल क्रूड ऑयल की कीमत 27.88 डॉलर थी, जो अब 55 डॉलर तक पहुंच चुकी है। पिछले दो हफ्तों में इसकी कीमतों में 15 प्रतिशत तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसका असर भारतीय बाजारों में सीधे तौर पर नजर आएगा।
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डॉलर के मुकाबले कमजोर रुपये और क्रूड ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। बता दें कि पिछले महीने ओपेक और रूस जैसे नॉन-ओपेक देशों के बीच क्रूड ऑयल के उत्पादन को घटाने पर सहमति बनी थी। उसके बाद से क्रूड ऑयल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। पिछले 15 दिनों में यह अधिकतर समय 51 डॉलर से ऊपर बना रहा है, जबकि नवंबर में इसकी औसत कीमत 44.46 डॉलर थी।
जानकारों का मानना है कि 15 दिसंबर को तेल कंपनियां समीक्षा बैठक करेंगी और इसमें पेट्रोल व डीजल की कीमतों को 6 रुपये तक बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन उम्मीद है कि यह बढ़ोतरी 3 रुपये तक हो सकती है। इस हफ्ते सोमवार को क्रूड ऑयल की कीमतें पिछले 18 महीनों में सबसे ज्यादा रही हैं। इससे पहले 30 नवंबर को पेट्रोल की कीमतों में 13 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी, जबकि डीजल 14 पैसे सस्ता हुआ था।
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