कश्मीर में अातंकियों के मंसूबे नाकाम, सेना ने 11 को मौत के घाट उतारा
कश्मीर के उड़ी सेक्टर में भारतीय सेना ने 11 आतंकवादियों को मार गिराया है। जबकि, दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना ने फिर से सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी की।
श्रीनगर, जेएनएन। सेना के उड़ी ब्रिगेड मुख्यालय पर हमले के दो दिन बाद मंगलवार को नियंत्रण रेखा पार से आतंकियों ने दो स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की। उड़ी में 10 और नौगाम में एक आतंकी को मौत का घाट उतारते हुए सेना ने नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया। मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हुआ है। इस दौरान पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर भारतीय ठिकानों पर फायरिंग भी की।
रविवार को उड़ी में ब्रिगेड मुख्यालय पर आतंकी हमले में सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे। इसकी जवाबी कार्रवाई के लिए सरकार विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है। बुधवार को सुरक्षा मसलों से संबंधित कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक बुलाई गई है। इसी कड़ी में सेना ने अग्रिम इलाकों में आतंकियों के खिलाफ 'खोजो और मारो' अभियान शुरू कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह सेना ने जब उड़ी सेक्टर के लच्छीपोरा और माइयां गांव के साथ सटे इलाकों को खंगालना शुरू किया तो पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय ठिकानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस इलाके में सेना को बीती रात ही 20 से 25 घुसपैठियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इनमें से अधिकांश गत सप्ताह ही गुलाम कश्मीर से इस तरफ आने में कामयाब रहे थे।
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सूत्रों ने बताया कि तलाशी अभियान को रोकने और लच्छीपोरा व उसके साथ सटे इलाकों में छिपे आतंकियों को सुरक्षित स्थानों की तरफ मौका देने के लिए पाकिस्तान रेंजर्स ने अपराह्न 1.10 से भारतीय ठिकानों पर फाय¨रग शुरू कर दी। भारतीय जवानों ने भी जवाब में पाकिस्तानी ठिकानों को निशाना बनाया। 1.30 बजे नियंत्रण रेखा पार से बंदूकें पूरी तरह शांत हो गईं। लेकिन इस इलाके में घुसपैठियों की मौजूदगी की पुष्टि हो गई।
सैन्य अधिकारियों ने उसी समय अभियान की समीक्षा की और लच्छीपोरा, माइयां, पीरा, मुकामा व उसके साथ सटे सभी गांवों में स्थानीय प्रशासन के जरिये कफ्र्यू लगवाया। लोगों को घरों से न निकलने की हिदायत दी। करीब एक घंटे बाद लच्छीपोरा और माइयां गांव के बीच एक नाले के पास जवानों ने घुसपैठियों को घेर लिया। जवानों को अपनी तरफ आते देख कुछ घुसपैठिये वापस गुलाम कश्मीर की तरफ भागने लगे तो कुछ निकटवर्ती आबादी की तरफ। उन्होंने जवानों पर गोलियां भी चलाई। जवाब में जवानों ने भी फायर किया और मुठभेड़ शुरू हो गई। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि शाम पांच बजे तक 10 आतंकी मारे जा चुके थे। उनके अन्य साथियों के खिलाफ सैन्य अभियान जारी है। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद, खाद्य सामग्री, पांच जीपीएस, छह रेडियो सेट व अन्य साजो सामान मिला है।
नौगाम सेक्टर के नेहरी पीरबाबा इलाके में डोगरा रेजिमेंट के जवानों ने चार-पांच आतंकियों की घेराबंदी की। इस दौरान मुठभेड़ में सेना ने एक आतंकी को मार गिराया। यहां एक जवान भी शहीद हो गया।
खुफिया एजेंसियों ने साझा की जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भी उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू-कश्मीर के हालात की समीक्षा की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, विदेश सचिव एस. जयशंकर की मौजूदगी में हुई इस बैठक में कश्मीर घाटी और नियंत्रण रेखा की स्थिति के बारे में खुफिया एजेंसियों ने जानकारी साझा की। विदेश सचिव की मौजूदगी इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि सरकार राजनयिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी में है।
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