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ONLINE DRUG RACKET:सबसे ज्यादा अमेरिका में खरीदी गई नशीली दवाएं

नशीली दवाओं के ऑनलाइन रैकेट के खात्मे के लिए अमेरिकी एजेंसी भारतीय समकक्ष के साथ मिलकर काम कर रहीं हैं।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 11:05 AM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 11:05 AM (IST)
ONLINE DRUG RACKET:सबसे ज्यादा अमेरिका में खरीदी गई नशीली दवाएं
ONLINE DRUG RACKET:सबसे ज्यादा अमेरिका में खरीदी गई नशीली दवाएं

बेगलुरू, जेएनएन। पिछले सप्ताह बेंगलुरू के कॉल सेंटर पर पड़ी रेड के बाद में मामले में अब नया खुलासा हुआ है। मामले में जांचकर्ताओं ने पाया है कि नशीली दवाओं की ऑनलाइन खरीद सबसे ज्यादा अमेरिका से की गई है। देश के अन्य बड़े शहरों से भी नशीली दवाओं की ऑनलाइन खरीद के नए मामले प्रकाश में आए हैं। नशीली दवाओं के इस ऑनलाइन रैकेट के खात्मे के लिए अमेरिकी एजेंसी अपने भारतीय समकक्ष के साथ मिलकर काम कर रहीं हैं।

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बेंगलुरू में इस रैकेट पर हुई कार्रवाई की सराहना करते हुए यहां अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि नशीली दवाओं की लत अमेरिका के साथ-साथ दुनिया भर में बढ़ती जा रही है। हम इस खतरे से लड़ने के लिए भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

याद दिला दें कि बीती 19 अप्रैल को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की टीम ने बेंगलुरु कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। इस कॉल सेंटर से अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अन्य कई देशों में ग्राहकों को इंटरनेट पर नशीली दवाएं बेची जा रही थी। एनसीबी की टीम ने कॉल सेंटर से 5,355 मनोवैज्ञानिक पदार्थों और एम्फ़ैटेमिन सहित डॉक्टरों द्वारा प्रेसक्राइब करने के बाद मिलने वाली अन्य दवाओं को जब्त किया था।

बेंगलुरू में कॉल सेंटर पर रेड के बाद एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि बेंगलूर में एनसीबी द्वारा यह ऐसी पहली कार्रवाई थी। सिन्हा ने कहा कि हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद, दिल्ली और मुंबई में ऐसे कई मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा, "ऐसी गतिविधियों में शामिल हर व्यक्ति और गिरोह पर हमारी नजर है।"

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पिछले साल अगस्त में अहमदाबाद में एक ऐसे ही रैकेट का पर्दाफाश हुआ था। चार आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए तब 10 लाख टैबलेट जब्त की गई थी। चेन्नई और हैदराबाद में भी ऐसे दो ऑपरेशन सफल रहे हैं।

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