Move to Jagran APP

एनआरआइ के पैसों पर आलीशान जिंदगी जी रहे हैं गांववाले

गुजरात के आणंद जिले का गांव धर्माज। अनिवासी भारतीयों यानी एनआरआइ ने इस गांव में मौजूद 13 बैंकों में जमा कर रखी है 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम। इस गांव की आबादी है 11,333। ऐसे में अगर यह देश का सबसे अमीर गांव है तो हैरत क्यों।

By anand rajEdited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 09:23 AM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 10:01 AM (IST)
एनआरआइ के पैसों पर आलीशान जिंदगी जी रहे हैं गांववाले

वडोदरा। गुजरात के आणंद जिले का गांव धर्माज। अनिवासी भारतीयों यानी एनआरआइ ने इस गांव में मौजूद 13 बैंकों में जमा कर रखी है 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम। इस गांव की आबादी है 11,333। ऐसे में अगर यह देश का सबसे अमीर गांव है तो हैरत क्यों। अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि देश में सबसे ज्यादा एनआरआइ डिपॉजिट केरल में आता है, जहां के बैंकों में अनिवासी भारतीयों के 90,000 करोड़ जमा हैं।

loksabha election banner

कई दशकों से बड़ी संख्या में गांव के लोग विदेश में जाकर नौकरी या कारोबार कर रहे हैं। लगभग 3,120 परिवारों के सदस्य विदेश में रहते हैं। एनआरआइ के दर्जे वाले ये सारे लोग गांव के बैंकों और डाकघरों में ही अपने पैसे जमा कराते हैं। इसकी वजह से ही धर्माज सबसे धनी गांव बन गया है। अमीरी में आगे होने के साथ ही यह सबसे साक्षर गांव भी है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के डीजीएम (वडोदरा डिविजन) आरएन हिरवे का कहना है कि इस गांव के एनआरआइ भारतीय बैंकों में पैसा जमा करना ज्यादा पसंद करते हैं। इस तरह गांव के बैंकों में हजार करोड़ रुपये से भी अधिक की भारी-भरकम रकम इकट्ठी हो गई है।

पढ़ेंः अप्रवासी कारोबारी महात्मा गांधी न्यास में शामिल

पढ़ेंः शादी का झांसा देकर एनआरआइ से दुष्कर्म


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.