मोदी की जाति पर कांग्रेस का हमला, गुजरात सरकार ने दिखाया आइना
भाजपा के पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर प्रियंका गांधी के 'नीच राजनीति' करने के आरोप के बाद कांग्रेस ने अब उनकी जाति और उनके चाय विक्रेता होने को लेकर तीखा हमला किया है। कांग्रेस ने उनके ओबीसी वर्ग के होने को झूठा प्रचार बताया है। कहा है कि वह पिछड़ी जाति के नहीं हैं। इससे पहले मोदी ने प्रियंका की 'नीच राजनीति' करने के बयान को जाति से जोड़ते हुए कहा था कि उनकी 'जाति नीची' जरूर है लेकिन वह नीच राजनीति नहीं करते।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भाजपा के पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर प्रियंका गांधी के 'नीच राजनीति' करने के आरोप के बाद कांग्रेस ने अब उनकी जाति और उनके चाय विक्रेता होने को लेकर तीखा हमला किया है। कांग्रेस ने उनके ओबीसी वर्ग के होने को झूठा प्रचार बताया है। कहा है कि वह पिछड़ी जाति के नहीं हैं। इससे पहले मोदी ने प्रियंका की 'नीच राजनीति' करने के बयान को जाति से जोड़ते हुए कहा था कि उनकी 'जाति नीची' जरूर है लेकिन वह नीच राजनीति नहीं करते।
कांग्रेस पार्टी ने मोदी के चाय बेचने की बात को भी गलत बताते हुए कहा कि वे एक कैंटीन पर समय बिताते थे, जहां उनके एक रिश्तेदार ठेकेदार थे। कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने यह भी कहा कि उस कैंटीन का लाईसेंस 'चरस' बेचने के कारण निरस्त कर दिया गया था। हालांकि गोहिल ने कहा कि उनके पास इसको लेकर अभी कोई प्रमाण नहीं है। इसलिए वह कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं। गोहिल ने कहा कि इसको लेकर उन्होंने आरटीआइ भी दाखिल की है। गोहिल ने कहा कि मोदी 'मोध घांची' जाति से ताल्लुक रखते हैं, जो कि एक संपन्न जाति है। गोहिल ने गुजरात सरकार का एक आदेश पत्र दिखाते हुए कहा कि मोदी ने जनवरी 2002 में मुख्यमंत्री बनने के एक साल बाद पद का दुरुपयोग करते हुए सिर्फ सियासी लाभ लेने के लिए अपनी जाति को ओबीसी में जगह दिला दी। गोहिल ने कहा कि गुजरात में जैसे फेक एनकाउंटर होते हैं वैसे ही मोदी फेक (फर्जी) ओबीसी हैं। उन्होंने कहा कि मोध घांची को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) में शामिल कर मोदी ने पाप किया है। उन्हें देश को यह बताना चाहिए कि उन्होंने एक ऊंची जाति को ओबीसी में क्यों शामिल कराया। गोहिल के अनुसार मोदी को इसके लिए पिछड़ी जातियों से माफी मांगनी चाहिए।
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'मोदी ओबीसी से नहीं हैं। वह धनी मोध घांची जाति के हैं। राजनीतिक फायदे के लिए उन्होंने इसको ओबीसी में शामिल करा लिया।' -शक्ति सिंह गोहिल, प्रवक्ता कांग्रेस
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'25 जुलाई 1994 को गुजरात की तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में 36 जातियां ओबीसी में शामिल थीं। इनमें मोध-घांची जाति भी थी, जिससे नरेंद्र मोदी आते हैं।' -नितिन पटेल, गुजरात सरकार के प्रवक्ता
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