पता होता कि बुरहान है तो दूसरे विकल्प भी तलाशे जाते: महबूबा
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि सुरक्षा बलों को यह नहीं पता था कि 8 जुलाई को जहां मुठभेड़ हुई, वहां आतंकी बुरहान वानी भी मौजूद था।
श्रीनगर (जेएनएन)। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वीरवार को कहा कि अगर पुलिस, सेना, खुफिया एजेंसियों या फिर मुझे पता होता कि बमडूरा (कोकरनाग) मुठभेड़ में फंसे तीन आतंकियों में बुरहान भी है, तो शायद दूसरे विकल्प या उसके सरेंडर की संभावना को भी तलाशा जाता। तब हमारी तैयारी बेहतर होती और सुरक्षा के भी बेहतर इंतजाम किए जाते।
महबूबा ने कहा कि न तो मुझे और न ही सुरक्षाबलों को पता था कि वहां आतंकी कमांडर बुरहान भी मौजूद है। मुठभेड़ के बारे में हरेक बात का पता होना संभव नहीं है।
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पीडीपी के 17वें स्थापना दिवस पर पार्टी मुख्यालय में महबूबा ने बुरहान वानी की मौत पर घाटी में जारी सियासत पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। मौजूदा हालात की अफजल गुरु की फांसी के बाद कश्मीर में पैदा हुई स्थिति से तुलना किए जाने पर महबूबा ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को पता था कि अफजल को फांसी दी जा रही है। उमर ने हालात से निपटने के लिए व्यापक तैयारी की थी। हमें तो कुछ भी मालूम नहीं था, अचानक ही पता चला कि बुरहान मारे गए आतंकियों में है।
महबूबा ने कहा कि हमने हालात पर काबू पाने के लिए कुछ जगहों पर कर्फ्यू भी लगाया, ताकि हमारे नौजवान बच्चे सड़कों पर न आएं। लेकिन कई अन्य इलाकों में लोग सड़कों पर आ गए और सुरक्षाबलों और पुलिस थानों पर हमले शुरू हो गए।
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