सारधा घोटाला: अब शंकुदेव के बचाव में उतरीं ममता
करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी से आक्रोशित मुख्यमंत्री अब पार्टी महासचिव के बचाव में उतर आई हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल कांग्रेस महासचिव शंकुदेव पांडा से प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को पूछताछ की थी।
कोलकाता [जागरण ब्यूरो] । करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी से आक्रोशित मुख्यमंत्री अब पार्टी महासचिव के बचाव में उतर आई हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल कांग्रेस महासचिव शंकुदेव पांडा से प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को पूछताछ की थी। इसका विरोध करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शंकु सिर्फ सारधा कंपनी में नौकरी करता था, इससे ज्यादा उसका कोई लेना-देना नहीं है।
मंगलवार को खड़गपुर में आयोजित एक सभा में ममता ने कहा कि सारधा घोटाले में अब शंकुदेव का नाम घसीटा जा रहा है। वह महज नौकरी करता था, जिसके एवज में वेतन मिलता था। बावजूद इसके राजनीतिक कारणों के चलते उससे पूछताछ की जा रही है। पहले भी ममता बनर्जी ने कुणाल घोष के पक्ष में कहा था कि वह सिर्फ सारधा में नौकरी करते हैं और उन्हें वेतन मिलता है। हालांकि जांच में कुणाल की संलिप्तता मिली और आज वह जेल में है। ममता बनर्जी ने एक बार फिर सारधा की जांच में सीबीआइ पर निशाना साधा। कहा, जांच एजेंसी का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है।
शंकुदेव को फिर तलब कर सकता है ईडी
सारधा घोटाले में तृणमूल कांग्रेस महासचिव के साथ पूछताछ से असंतुष्ट प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी 2-3 दिनों में फिर उन्हें तलब करेंगे। सोमवार को ईडी अधिकारियों ने उनसे करीब साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की थी। दूसरी ओर, जेल में बंद तृणमूल कांग्रेस के निलंबित राज्यसभा सांसद कुणाल की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें सीने में दर्द व सांस लेने में समस्या आ रही थी।