सारधा कांड में बड़ी गिरफ्तारी की तैयारी
बहुचर्चित सारधा चिट फंड घोटाले में सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी की कवायद में जुटी है। जांच एजेंसियों को एक बड़े सिय ...और पढ़ें

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बहुचर्चित सारधा चिट फंड घोटाले में सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी की कवायद में जुटी है। जांच एजेंसियों को एक बड़े सियासतदां के घोटाले में संलिप्तता से संबंधित सुबूत हाथ लगे हैं। फिलवक्त जांच एजेंसिया इनका सत्यापन करने में जुटीं हैं। जैसे ही इनकी पुष्टि हो जाएगी घोटाले में संलिप्त बड़ी मछली को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बताते हैं कि सारधा घोटाले की जांच कर रही एजेंसियां अब इस सियासतदां को पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी कर रही है। पूछताछ के दौरान यदि ये नेता जांच एजेंसियों को संतुष्ट नहीं कर पाया तो राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्र की तरह इसकी भी गिरफ्तारी तय है। ऐसा होने पर राज्य की राजनीति के सरगर्म होने के पूरे आसार हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह विपक्ष का बार-बार जांच एजेंसियों पर इस नेता को पूछताछ के लिए तलब करने का दबाव बनाने का प्रयास है। इसीलिए जांच एजेंसियां पूरे मामले में फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही हैं।
सीबीआइ को जांच के दौरान जो तथ्य हाथ लगे हैं। उससे यह साफ है कि सुदीप्त सेन ने फरार होने से पहले उक्त नेता के साथ बैठक की थी। फरार होने व गिरफ्तारी से पहले तक उसने 14 दिनों में 86 बार उक्त नेता से फोन पर बात की थी। उक्त काल डिटेल्स सीबीआइ के हाथ लग चुका है। वहीं उस शीर्ष नेता के खिलाफ और भी कई गवाह व सबूत मिले हैं जो यह साबित करने को काफी है कि सारधा घोटाले में उनकी गहरी संलिप्तता रही है। बावजूद इसके सीबीआइ सुबूतपुख्ता करने के बाद ही इस नेता पर हाथ डालना चाहती है। क्योंकि, पुख्ता सुबूत नहीं होने पर गिरफ्तारी के बाद सीबीआइ के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।

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