'मेक' नहीं 'टेक' इन इंडिया है सरकार की नीयत : राहुल गांधी
भूमि अधिग्रहण बिल पर सरकार के पीछे हटने का जश्न मना रही कांग्रेस के निशाने पर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'मेक इन इंडिया' आ गई है। भूमि अधिग्रहण मामले पर पार्टी हमले की कमान संभाल चुके कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 'मेक इन इंडिया' पर सवाल उठाया। भूमि बिल पर
नई दिल्ली । भूमि अधिग्रहण बिल पर सरकार के पीछे हटने का जश्न मना रही कांग्रेस के निशाने पर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'मेक इन इंडिया' आ गई है। भूमि अधिग्रहण मामले पर पार्टी हमले की कमान संभाल चुके कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 'मेक इन इंडिया' पर सवाल उठाया। भूमि बिल पर मिली जीत को लेकर आज दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान सम्मान रैली कर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने मोदी सरकार पर तीखे हमले किए।
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किसान--मजदूरों की ल़़डाई आगे भी जारी रखने का संकल्प जताया
रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार को फिर से 'बूट--बूट' वाली सरकार बताकर आलोचना की। प्रधानमंत्री पर सिर्फ अपने कुछ 'सूट--बूट' वाले दोस्तों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा-- 'मोदीजी मेक इन इंडिया की बात करते हैं। लेकिन उसमें किसान, मजदूरों की कोई जगह नहीं है। मोदीजी कहते हैं कि बिना आपकी जमीन लिए मेक इन इंडिया नहीं हो सकता है। यह मेक इन इंडिया नहीं है, असल में यह टेक इन इंडिया है। आखिर में आपको कुछ नहीं मिलेगा। सिर्फ उनके दो तीन दोस्तों को ही फायदा होगा।'
भूमि बिल वापस लेना हमारी जीत
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में तीन बार जमीन अधिग्रहण अध्यादेश लाकर अपने 'मन की बात' कही, लेकिन बाद में उसे वापस लिया, यह कांग्रेस की जीत जरूर है, लेकिन उससे पहले ये देश के किसानों की जीत है। यह बात मैं गर्व से कहना चाहता हूं कि लोकसभा में हमारे 40--45 सांसद किसानों के लिए मजबूती से ल़़डे।'
इसलिए ल़़डी जमीन की ल़़डाई
राहुल ने जमीन को किसानों के दर्द से खुद को सम्बद्ध करते हुए कहा-- 'एक किसान ने बातचीत में मुझे बताया कि किसान की एक नहीं, बल्कि दो मां होती हैं। पहली जो उसकी देखभाल करती है, दूसरी उसका खेत और जमीन, जिसमें रोज वो अपना खून--पसीना बहाता है। उस किसान ने मुझसे कहा कि नरेंद्र मोदी हमसे हमारी जमीन नहीं, हमारी मां छीन रहे हैं। उस दिन मुझे समझ में आया कि यह किसान के भविष्य और उसकी इज्जत की ल़़डाई है। इसलिए हमने यह ल़़डाई ल़़डी।'
मोदी जो सोचते हैं, बोलते नहीं हैं
राहुल गांधी ने जमीन की ल़़डाई आगे भी जारी रखने का संकल्प दोहराते हुए कहा-- 'हम जानते हैं कि मोदीजी क्या हैं। वह जो सोचते हैं, बोलते नहीं हैं। इसलिए उनके वादों पर विश्वास नहीं करें। एकतरफ तो वह कहते हैं कि संप्रग सरकार के बनाए भूमि बिल में बदलाव नहीं करेंगे, लेकिन दूसरी ओर वह अपने मुख्यमंत्रियों से बदलाव करने को कहते हैं।' हल और हाथ की ताकत का असर रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि 'जब हल और हाथ की ताकत इकट्ठा हुई तो नरेंद्र मोदी सरकार को जमीन अधिग्रहण अध्यादेश वापस लेना प़़डा। यह किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि आपकी जीत है। किसान केवल अन्नदाता ही नहीं, भाग्य विधाता भी है।
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