किसी खास मकसद से ही भारत लौटा है आरिफ
आतंकी संगठन आइएस के साथ लड़ कर वापस भारत लौटे आरिफ मजीद ने पूछताछ के दौरान जो खुलासे किए हैं उससे सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं। उधर, स्पेशल कोर्ट ने उसे 8 दिसंबर तक के लिए जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया है। सूत्रों के मुताबिक अरीब
मुंबई। आतंकी संगठन आइएस के साथ लड़ कर वापस भारत लौटे आरिफ मजीद ने पूछताछ के दौरान जो खुलासे किए हैं उससे सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं। उधर, स्पेशल कोर्ट ने उसे 8 दिसंबर तक के लिए जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया है। सूत्रों के मुताबिक आरिफ ने खुलासा किया है कि मई में जब वो कल्याण से जेहाद के लिए इराक गया था तो उसके साथ महज तीन नहीं बल्कि कुल 43 लोग जाने वाले थे।
सूत्रों के मुताबिक आरिफ ने माना है कि उसने अपने आसपास के 43 लोगों को जेहाद के नाम पर आइएस से जुड़ने के लिए भड़काया था। लेकिन उसके साथ अंत में तीन ही युवक गए। जाहिर है ये खुलासे सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के लिए होश उड़ाने वाले हैं। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां ये पता करने में लगी हैं कि आरिफ के पीछे किसका हाथ है जो उसे आइएस से जुड़ने में मदद कर रहा था।
सूत्रों के मुताबिक आरिफ किसी खास मकसद से ही भारत लौटा है। तुर्की से मुंबई पहुंचे अरीब ने आइएस से जुड़ने को लेकर कोई अफसोस नहीं जताया है। यही नहीं, उसकी सोच भी कट्टर हो चुकी है। उसने माना कि वो अल्लाह के लिए काम करने इराक गया था। इराक में उसे 15 दिन की ट्रेनिंग दी गई थी। ये ट्रेनिंग उसे इराक और सीरिया में लड़ाई पर जाने से पहले मिली थी।
आरिफ शुक्रवार को ही मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा था जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया और शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे और पूछताछ के लिए 8 दिसंबर तक एनआइए की कस्टडी में रखने का आदेश दिया।