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    सैनिक का सिर काटने पर पाक को दिया गया था करारा जवाब: बिक्रम सिंह

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    Updated: Thu, 31 Jul 2014 08:00 PM (IST)

    नई दिल्ली। सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम¨सह ने अपने 26 माह के कार्यकाल के आखिरी दिन गुरुवार को बताया कि 2013 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक भारतीय सैनिक का सिर काट ले जाने के बाद सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था। साथ ही सेनाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच टकराव की स्थिति बनी थी, लेकिन बातचीत के मौजूदा तंत्र के जरिये मामला सुलझा लिया गया।

    नई दिल्ली। सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम¨सह ने अपने 26 माह के कार्यकाल के आखिरी दिन गुरुवार को बताया कि 2013 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक भारतीय सैनिक का सिर काट ले जाने के बाद सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था। साथ ही सेनाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच टकराव की स्थिति बनी थी, लेकिन बातचीत के मौजूदा तंत्र के जरिये मामला सुलझा लिया गया।

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    जनरल ने एक सवाल पर कहा, 'हां, पाकिस्तान को भारतीय सैनिक का सिर काटकर ले जाने का जवाब दिया गया था। जब हम सेना का इस्तेमाल करते हैं, तो यह सामरिक से अभियान और अभियान से रणनीतिक स्तर तक किया जाता है। जवाबी कार्रवाई को स्थानीय कमांडरों ने अंजाम दिया था।' लांस नायक हेमराज का सिर काटने और लांस नायक सुधाकर¨सह का शव क्षत-विक्षत करने की घटना के छह दिन बाद सेनाध्यक्ष ने कहा था कि सही वक्त और जगह पर सेना इस हरकत का जवाब देगी।

    सीमा पर चीन और पाकिस्तान की सेनाओं के साथ टकराव की आशंका पर जनरल बिक्रम ¨सह ने कहा कि चीन के साथ ऐसी कोई आशंका नहीं है। उसके साथ बातचीत का एक मजबूत तंत्र मौजूद है। उनके मुताबिक, जब वह चीन गए थे तो उन्होंने पाया कि दोनों देशों के बीच बेहतरीन सामंजस्य और समझ है। पाकिस्तान के बारे में कहा कि पश्चिमी मोर्चे पर नियंत्रण रेखा आती है, जहां सामरिक तौर पर झड़पें चलती ही रहती हैं।

    पाकिस्तान की ओर से बार-बार संघर्षविराम के उल्लंघन पर जनरल ने कहा कि हमारे सैनिक उसका जवाब दे देते हैं। कुछ चीजें सामरिक स्तर पर होती रहती हैं और उन्हें वहीं छोड़ देना चाहिए। ये वर्षो से चली आ रही प्रक्रिया है और हमारे सैनिक अपना काम शानदार तरीके से कर रहे हैं।

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