Move to Jagran APP

आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा, भारत उभरती लोकतांत्रिक महाशक्ति

आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने भारत को उभरती हुई लोकतांत्रिक महाशक्ति बताया है। वह दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान यहां पहुंचे हैं। उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच असैनिक परमाणु करार होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के गठन के बाद सार्क देशों के बाहर

By Edited By: Published: Thu, 04 Sep 2014 09:07 PM (IST)Updated: Thu, 04 Sep 2014 09:23 PM (IST)

मुंबई। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने भारत को उभरती हुई लोकतांत्रिक महाशक्ति बताया है। वह दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान यहां पहुंचे हैं। उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच असैनिक परमाणु करार होने की संभावना है।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के गठन के बाद सार्क देशों के बाहर से भारत पहुंचे किसी सरकार के वह पहले प्रमुख हैं। उन्होंने कहा, मैं प्रचुर अवसरों का अधिक से अधिक भारत में व्यापार के लिए इस्तेमाल करना चाहता हूं। भारत वह देश है जिसने पिछले कुछ दशकों के दौरान अपने विकास से पूरी दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया है। क्रय शक्ति के मामले में यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। स्पष्ट है कि यह एक देश के रूप में दुनिया की एक उभरती हुई महाशक्ति है जिसके साथ आस्ट्रेलिया का लंबे समय से हार्दिक रिश्ता है।' उन्होंने कहा कि इस यात्रा का मकसद दुनिया के देशों को भारत के महत्व को बताना और आस्ट्रेलिया के भविष्य को भारत के महत्व की जानकारी देना है। इसके साथ ही सरकार और भारत की जनता जानें कि आस्ट्रेलिया के पास भारत को देने के लिए क्या है.। वह अपने साथ आए व्यापारियों के 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को यहां संबोधित कर रहे थे। एबॉट कुछ भारतीय उद्योगपतियों और कुछ कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से भी मिले और आस्ट्रेलियाई व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल से भी उनकी बातचीत कराई। इस बैठक में भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य, आइसीआइसीआइ की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रा कोचर भी मौजूद थीं। बैठक में मौजूद कोटक समूह के उपाध्यक्ष उदय कोटक ने कहा कि इसमें निवेश के विभिन्न पहलुओं पर बातचीत हुई। आस्ट्रेलिया से चीन का व्यापार हमसे दस गुणा अधिक है। इस अंतर को कम करने की जरूरत है। एबॉट और उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के बीच शुक्रवार को नई दिल्ली में परमाणु करार सहित कई मुद्दों पर बातचीत होनी है।

आस्ट्रेलियाई छात्रों को भारत भेजने के लिए 'न्यू कोलंबो प्लान'

आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एबॉट ने यहां 'न्यू कोलंबो प्लान' की शुरुआत की। इसका मकसद स्नातक की पढ़ाई करने वाले आस्ट्रेलियाई छात्रों को सहायता देकर भारत में पढ़ाई और प्रशिक्षण के लिए भेजना है। मुंबई विश्वविद्यालय में एक सभा को संबोधित करते हुए एबॉट ने कहा कि अभी आस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या हजारों में है लेकिन यहां बहुत कम आस्ट्रेलियाई छात्र हैं। अब यह स्थिति बदलेगी। अब आस्ट्रेलियाई छात्र यहां पढ़ने आएंगे। अगले साल और उसके बाद से हजारो आस्ट्रेलियाई छात्र भारत में पढ़ेगे।

पढ़ें: भारत को यूरेनियम देने को तैयार ऑस्ट्रेलिया

पढ़ें: भारत पहुंचे ऑस्ट्रेलियाई पीएम टोनी एबॉट, परमाणु करार की उम्मीद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.