झारखंड, ओडिशा व आंध्र प्रदेश में हुदहुद तूफान का खतरा
बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान हुदहुद की आशंका के चलते झारखंड, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक इस समय अंडमान सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है जो आने वाले समय में और तेजी पकड़ेगा।
नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान हुदहुद की आशंका के चलते झारखंड, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक इस समय अंडमान सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है जो आने वाले समय में और तेजी पकड़ेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान और निकोबार के तमाम इलाकों में बहुत भारी बारिश हो सकती है, लिहाजा इन इलाकों के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है। चक्रवाती तूफान के चलते अंडमान सागर में ऊंची-ऊंची लहरें उठने की संभावना है, लिहाजा मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गयी है।
इस समय बंगाल की खाड़ी में समंदर में जितनी एनर्जी है उसको देखते हुए यही अनुमान लगाया जा रहा है कि अंडमान निकोबार को पीछे छोड़ते ही ये चक्रवाती तूफान हुदहुद और ज्यादा ताकतवर हो जाएगा। ऐसा अनुमान है कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान तीन चार दिनों तक बना रहेगा, लिहाजा इसकी ताकत पिछले साल अक्टूबर में आए साइक्लोन पिलिन के बराबर पहुंच सकती है। इसलिए देश भर में तमाम सरकारी एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है।
मौसम के जानकारों का कहना है कि अभी फिलहाल साइक्लोन बना नहीं है। जब साइक्लोन बन जाएगा तो इसके रास्ते के बारे में और ये कहां पर हिट करेगा इसके बारे में सही-सही आंकलन मिल पाएगा लेकिन शुरुआती आंकलन के मुताबिक साइक्लोन हुदहुद 12 अक्टूबर के आस-पास उत्तरी आंध्र प्रदेश, झारखंड और उड़ीसा के तटीय इलाकों को नुकसान पहुंचा सकता है।
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