आंसुओं की स्याही, ठगी की इबारत
जिले में रेलवे की नौकरी के नाम पर अठारह बेरोजगारों से साठ लाख ठगने वाले बंटी-बबली ने गम के आंसुओं के बीच ही ठगी की इबारत लिख डाली। वह अगवानपुर में गम के मौके पर आए थे, वहीं बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर चले गए। उन्होंने ठगी के गोरखधंधे में अपने ब'चों का भी इस्तेमाल किया।

मुरादाबाद। जिले में रेलवे की नौकरी के नाम पर अठारह बेरोजगारों से साठ लाख ठगने वाले बंटी-बबली ने गम के आंसुओं के बीच ही ठगी की इबारत लिख डाली। वह अगवानपुर में गम के मौके पर आए थे, वहीं बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर चले गए। उन्होंने ठगी के गोरखधंधे में अपने बच्चों का भी इस्तेमाल किया।
बेरोजगारों व बंटी-बबली के बीच बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले कुलदीप के पिता किशनलाल की 18 मार्च 2012 को मृत्यु होने पर फर्जी आइएएस महेश वर्मा अपनी पत्नी आशा वर्मा के साथ आया था। कुलदीप ने दोनों को पड़ोसी विनोद के घर में बैठा दिया। वहीं आशा ने पति को आइएएस अधिकारी बताते हुए रेलवे बोर्ड में तैनाती बताई। अपना मोबाइल नंबर भी दिया और नौकरी लगवाने की बात करते हुए विनोद को अफसर बनवाने का ख्बाव दिखा दिया। इसके बाद से विनोद और उनके बीच बातचीत शुरू हो गई थी।
पढ़ें : शहीद हेमराज की पत्नी से 10 लाख ठगकर रफूचक्कर हो गया वो
पहले उन्होंने विनोद से रकम वसूली, बाद में और लोग भी झांसे में फंसते चले गए। ठग दंपति ने विनोद के भाई बलराम सिंह व सूर्यप्रकाश, भाभी राजेश्वरी व अर्चना तथा भाई नरेश की पत्नी विमला से नौकरी के नाम पर सत्रह लाख रुपये लिए थे। यह रकम आशा वर्मा उर्फ पूनम जोशी ने ही वसूले। ठग दंपति के बेटे अक्षांश, विकास, राज व बेटी राप्ति भी कई बार रुपये लेने आई। बच्चे ही नियुक्ति पत्र लेकर आए थे।
अगस्त माह में जब नियुक्ति पत्र को लेकर छानबीन की, तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी का पता चला। वहीं साठ लाख की ठगी के सूत्रधार कुलदीप ने बताया कि उसकी मुलाकात आशा व महेश से बहन के घर मुरादाबाद में हुई थी। वह भी नौकरी की तलाश में भटक रहा था। बहन के पड़ोस में दंपति का आना जाना था। उसने खुद की नौकरी लगवाने के लिए कर्ज लेकर ढाई लाख रुपये दिए थे। ठग दंपति ने उससे कहा था कि और लोग लाओ तो तुम्हारा पैसा वापस हो जाएगा। इस कारण उसने अन्य लोगों से नौकरी के नाम पर पैसे ठग दंपति को दिलवाए।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।