कविता के जरिए दिग्गी ने मोदी पर किया कड़ा प्रहार
संत शोभन सरकार को सपने में नजर आया कि उन्नाव किला में एक हजार टन सोना है। चर्चा तो यह भी शोभन सकार ने इसके लिए एप्रोच भी किया। केंद्र सरकार को भी लगा ...और पढ़ें

नई दिल्ली। उन्नाव के डौंडिया खेड़ा गांव में खजाने की खोज में जारी खुदाई पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई टिप्पणी पर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर कविता के जरिए कड़ा प्रहार किया है।
दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर निम्नलिखित कविता पोस्ट की है :
हठ कोई भी , है बुरी , सोच समझ कर मान ; बाल , त्रिया और राज हठ , करती है नुकसान । करती है नुकसान , सदा कहते है ज्ञानी।
आगे करें विचार , आज मानी तो मानी । कहें 'अखिल' कविराय , जरूरी है तरुणाई ; पर अनुभव के बिना , सफलता किस ने पाई?
बड़ बोले 'जी फँस गये, कह कर इसे मजाक; धर्म भीरु जनता हुई , सुन कर इसे अवाक। सुन कर इसे अवाक, समझ में जल्दी आया।
वोट बैंक जो ठोस , उसे नाराज कराया। कहें 'अखिल' कविराय , तुरत ही पलटी खाई ; ' करत संत सम्मान' , दे रहे खूब सफाई ।
गौरतलब है कि मोदी ने अपनी रैली में केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा था कि एक साधु के सपने को आधार मानकार केंद्र सरकार ने खुदाई शुरू करवा दिया जिसके कारण अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी में भारत हंसी का पात्र बन गया है। मोदी के इस बात को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा होने लगी । बात शोभन सरकार तक पहुंची और मोदी द्वारा इस तरह किए गए टिप्पणी पर नाराजगी जताई। चुनावी साल होने के कारण और साधु संत समाज के कहीं इस टिप्पणी से नाराज न हो जाएं उन्होंने ने भी बिना समय गवांए यू टर्न लिया और शोभन सरकार से माफी मांग ली।
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