भंग होगी दिल्ली विधानसभा, अब चुनाव की तैयारी
साढ़े आठ माह की राजनीतिक अनिश्चितता के बाद दिल्ली में अब विधानसभा चुनाव होना निश्चित हो गया है। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने सूबे में अपनी सरकार बनाने में असमर्थता जता दी है। तीनों दलों के नेताओं ने उपराज्यपाल नजीब जंग से विधानसभा को भंग कर चुनाव
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। साढ़े आठ माह की राजनीतिक अनिश्चितता के बाद दिल्ली में अब विधानसभा चुनाव होना निश्चित हो गया है। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने सूबे में अपनी सरकार बनाने में असमर्थता जता दी है। तीनों दलों के नेताओं ने उपराज्यपाल नजीब जंग से विधानसभा को भंग कर चुनाव कराने की हिमायत की है। ताजा राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर उपराज्यपाल ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेज दी है। माना जा रहा है कि उन्होंने पांचवीं विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की है। ऐसे में दिसंबर में नए सिरे से चुनाव कराए जा सकते हैं।
राजनिवास से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि उपराज्यपाल ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, कांग्रेस विधायक दल के नेता हारून यूसुफ और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल से नई सरकार के गठन को लेकर बातचीत की। तीनों ही दलों ने सरकार बनाने में असमर्थता जाहिर की। इस साल 14 फरवरी को केजरीवाल सरकार द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया।
रुख साफ कर दिया: भाजपा
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय का कहना है कि उपराज्यपाल से मिलकर हमने अपना रुख साफ कर दिया है। अब वे संविधान के मुताबिक जरूरी कदम उठाएंगे।
आप विधायकों को बधाई: केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर अपनी पार्टी के विधायकों को बधाई दी है। उन्होंने लिखा- 'हमारे विधायकों को खरीदने की पुरजोर कोशिश हुई पर वे एकजुट रहे।'
साथ ही हों चुनाव: कांग्रेस
कांग्रेस ने फिर अपनी मांग दोहराई है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव झारखंड और जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनावों के साथ ही कराए जाएं।
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