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कश्मीर: घाटी में सात दिन से कर्फ्यू, हिंसा के बीच 3 और की मौत

आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में उपजे हालत के बीच घाटी में शुक्रवार को कर्फ्यू के बावजूद हिंसक झड़पों का दौर जारी रहा।

By kishor joshiEdited By: Published: Sat, 16 Jul 2016 01:51 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jul 2016 10:29 AM (IST)

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पूरी वादी में लगातार सात दिन से कर्फ्यू के बावजूद आगजनी, पथराव, प्रदर्शन व हिंसक झड़पों का दौर जारी रहा। इस दौरान तीन और प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। एक युवक कुपवाड़ा में पुलिस फायरिंग में मारा गया, जबकि एक अन्य की कुलगाम में हिंसक प्रदर्शन के दौरान हाथ में विस्फोटक फट जाने से मौत हो गई।

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इसके अलावा कुछ दिन पहले हिंसा में घायल एक युवक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। वादी में पिछले सात दिन में मारे गए लोगों की संख्या 43 हो गई है। दिनभर चले हिंसा चक्र में 11 पुलिसकर्मियों समेत तीन दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।

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कश्मीर में गुरुवार शाम को हालात सामान्य होते नजर आने लगे थे, लेकिन अलगाववादी खेमे ने शुक्रवार को पूरी वादी में बुरहान समेत मारे गए अन्य 40 लोगों के लिए नमाज-ए-जुमा के बाद गायबाना नमाज-ए-जनाजा और कश्मीर की आजादी के समर्थन में प्रदर्शन का आह्वान कर दिया। अलगाववादियों के एलान से कश्मीर में हिंसा चक्र के पुन: तेज होने की आशंका के चलते प्रशासन ने शुक्रवार को पूरी वादी में कर्फ्यू लगा दिया।

सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्धसैनिकबलों को तैनात करते हुए कई इलाकों में आने जाने के रास्तों को बंद रखा गया। सड़कों पर सामान्य वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई। इससे पूरी वादी में सामान्य जनजीवन पूरी तरह ठप होकर रह गया।

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अलगाववादियों व उलेमा से साधा जा रहा संपर्क

वादी में लगातार बिगड़ रहे हालात को काबू करने की कवायद के बीच राज्य व केंद्र सरकार ने अब अलगाववादी खेमे के साथ ही नहीं कुछ खास मजहबी संगठनों के उलेमा के साथ भी संवाद बनाना शुरू कर दिया है, लेकिन अलगाववादियों ने अभी तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया है। वे फिलहाल देखो और इंतजार करो की नीति अपनाए हुए हैं। अलगाववादी नेताओं ने कश्मीर मसले पर बातचीत के कथित एलान और सभी हुर्रियत नेताओं की सियासी गतिविधियों को अनुमति देने की शर्त रखी है।

गिलानी ने बुरहान को शहीद करार दिया

घर में नजरबंद कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी ने आतंकी बुरहान को शहीद करार देते हुए कहा कि इतनी छोटी सी उम्र में शहादत कश्मीर की आजादी और जिहाद के प्रति संकल्पबद्घता व इमानदारी को ही साबित करती है। हमें उसके मिशन को आगे ले जाना है।


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