पाक आतंकी नावेद को पकडऩे वाले जीजा-साले को मिली नौकरी
ऊधमपुर हमले के आरोपी पाकिस्तान के लश्कर आतंकी नावेद को अपनी जान पर खेलकर जिंदा पकडऩे वाले दोनों बहादुर युवकों (जीजा-साले) को उनकी बहादुरी का इनाम मिल गया है। राकेश कुमार को पुलिस में बतौर कांस्टेबल भर्ती कर लिया गया है, जबकि विक्रमजीत सिंह की भर्ती के लिए संबंधित नियमों
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। ऊधमपुर हमले के आरोपी पाकिस्तान के लश्कर आतंकी नावेद को अपनी जान पर खेलकर जिंदा पकडऩे वाले दोनों बहादुर युवकों (जीजा-साले) को उनकी बहादुरी का इनाम मिल गया है। राकेश कुमार को पुलिस में बतौर कांस्टेबल भर्ती कर लिया गया है, जबकि विक्रमजीत सिंह की भर्ती के लिए संबंधित नियमों में छूट का इंतजार है। इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें शौर्य अथवा अशोक चक्र भी मिल सकता है। इस आशय की सिफारिश राज्य पुलिस मुख्यालय ने मंगलवार को केंद्र सरकार को भेज दी है।
राकेश कुमार और उसके जीजा विक्रमजीत सिंह को केंद्र सरकार ने भी सम्मानित करने का एलान किया है। जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा पैंथर्स पार्टी भी उन्हें नकद इनाम से नवाज चुकी है। इन दोनों ने सुरक्षाबलों का हिस्सा बनने की अपनी इच्छा जताई थी। पुलिस महानिदेशक के. राजेंद्रा ने बताया कि फिलहाल विक्रमजीत की नियुक्ति का औपचारिक आदेश जारी नहीं किया गया है, क्योंकि उसकी शैक्षिक योग्यता का मामला है। हम उसे बतौर फालोअर भर्ती करेंगे, इसका फैसला हो चुका है।
नावेद 14 दिन की रिमांड पर
जम्मू। पाकिस्तानी आतंकी नावेद उर्फ मुहम्मद उस्मान को मंगलवार को 14 दिनों की रिमांड पर एनआइए को सौंप दिया गया। इसके साथ ही इस मामले की जांच अब पूरी तरह एनआइए ने अपने हाथ में ले ली है। इससे पहले वह पुलिस रिमांड पर था। उससे पूछताछ के लिए एनआइए के प्रमुख शरद कुमार बुधवार को जम्मू आ रहे हैं। नावेद को सोमवार शाम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रीनगर से जम्मू लाया गया था। सुरक्षा एजेंसियों को यह भी संदेह है कि उसे छुड़ाने के लिए लश्कर हमला कर सकता है। इसीलिए उसे कड़े सुरक्षा घेरे में रखा गया है। अभी तक नावेद के खुलासे पर करीब एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
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