मालदा से बैरंग लौटी भाजपा की केंद्रीय टीम
पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित कालियाचक इलाके में गत तीन जनवरी को मुस्लिम प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए हिंसक प्रदर्शन व आगजनी की घटना का जायजा लेने वहां पहुंची भाजपा की केंद्रीय टीम को बैरंग लौटना पड़ा।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित कालियाचक इलाके में गत तीन जनवरी को मुस्लिम प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए हिंसक प्रदर्शन व आगजनी की घटना का जायजा लेने वहां पहुंची भाजपा की केंद्रीय टीम को बैरंग लौटना पड़ा। दार्जिलिंग से भाजपा सांसद एसएस अहलूवालिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम सोमवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे गौड़ बंग एक्सप्रेस से मालदा स्टेशन पहुंची थी। मालदा के डीएम शरद द्विवेदी और पुलिस अधीक्षक प्रसन्न बनर्जी की उपस्थिति में जिला प्रशासन ने भाजपा नेताओं को स्टेशन से बाहर नहीं निकलने दिया। इसके बाद अहलूवालिया के अलावा सांसद बीडी राम और राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव को सुबह आठ बजे शताब्दी एक्सप्रेस से कोलकाता वापस लौटना पड़ा।
सांसद अहलूवालिया ने ट्रेन में चढ़ने के दौरान संवाददाताओं से कहा कि कालियाचक हिंसा से दूसरे समुदाय में भय का माहौल पैदा हो गया है। कानून पर उनका भरोसा नहीं रह गया है। जब पुलिस थाने ही जला दिए जा रहे हैं, तो वहां पुलिस आम जनता की क्या सुरक्षा कर पाएगी? हिंसा फैलाने वाले बेलगाम घूम रहे हैं। लोग डर के माहौल में रह रहे हैं, उनमें विश्वास पैदा करने के उद्देश्य से वे लोग यहां आए थे। प्रशासन द्वारा उन्हें जाने नहीं दिया गया। घटनाक्रम की पूरी जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को दी जाएगी।
मालदा जिला प्रशासन के अनुसार कालियाचक में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। इन नेताओं को वहां जाने से माहौल खराब होने का डर था इसलिए उन्हें वहां जाने नहीं दिया गया। जब तक टीम के सदस्य वापस नहीं गए, तब तक डीएम व एसपी अपनी टीम के साथ मालदा रेलवे स्टेशन के वीआइपी लाउंज में ही रुके रहे।
गौरतलब है कि हिंदू महासभा के स्वयंभू नेता कमलेश तिवारी द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए विवादास्पद बयान के विरोध में मालदा में करीब ढाई लाख मुस्लिम प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए थे। कालियाचक थाने पर हमला बोल उन्होंने दो दर्जन वाहनों को फूंक दिया था। तिवारी को पुलिस दिसंबर में ही रासुका के तहत गिरफ्तार कर चुकी है फिर भी देश के कई हिस्से में मुस्लिम संगठनों द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है।